समझौते के प्रमुख क्षेत्र हैं, सीमा – सुरक्षा, आधारभूत संरचना, उर्जा एवं व्यापार।
भारत और दक्षिण कोरिया ने प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए सात समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिसमें आधारभूत संरचना विकास, मीडिया, स्टार्ट-अप और सीमा पार और अंतर्राष्ट्रीय अपराध का मुकाबला करना शामिल है। इसके साथ ही मुख्य ध्यान दोनों देशों के बीच सामरिक विकास के संबंधों को मजबूत करने पर है। इससे रक्षा उत्पादन में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा मिलेगा, रक्षा प्रौद्योगिकी और सह-उत्पादन पर दोनों पक्षों द्वारा एक रोडमैप पर सहमति हुई है। भारत की “एक्ट ईस्ट पालिसी” के संयोजन से समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं और दक्षिण कोरिया की नई दक्षिणी नीति दोनों देशों के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए एक मंच दे रही है।
भारत और दक्षिण कोरिया के बीच हुए एमओयू का विवरण
भारत और दक्षिण कोरिया के बीच रक्षा प्रगति
रक्षा क्षेत्र में दक्षिण कोरिया के साथ हमारी बढ़ती साझेदारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसका एक उदाहरण भारतीय सेना में K-9 वज्र तोपों का शामिल होना है। दक्षिण कोरियाई निर्मित K-9 के पहले बैच के स्व-चालित हॉवित्जर को 2018 में सेना में पहुँचाया गया। 100 लंबी दूरी की बंदूकों का समावेश नवंबर 2020 तक पूरा होने की उम्मीद है।
भारत की पूर्व भारत नीति और दक्षिण कोरिया की नई दक्षिणी नीति:
Pic courtesy: Dailyhunt
Your email address will not be published. Required fields are marked *
© Powered By Current Hunt, Designed & Developed By Quizsolver.com
This function has been disabled for Current Hunt.