इस शिखर सम्मेलन का विषय “एक अभिनव भविष्य के लिए आर्थिक विकास” रहा।
ब्राजील, रूस, भारत, चीन एवं दक्षिण अफ्रीका के नेताओं ने ब्राजील में 11 वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन आयोजित किया है। इस शिखर सम्मेलन का विषय “एक आर्थिक भविष्य के लिए आर्थिक विकास” है। इस आयोजन में राजनीतिक एवं सामाजिक-आर्थिक समन्वय के क्षेत्रों पर चर्चा किया गया, जिसमें सदस्य देशों ने व्यापार के अवसरों, आर्थिक पूरक एवं सहयोग के क्षेत्रों की पहचान की है। ब्राज़ील के पास इस समूह की वर्तमान अध्यक्षता है, यह समूह 3.6 बिलियन से अधिक लोगों या विश्व की आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करती है, इनके पास 16.6 ट्रिलियन अमरीकी डालर का संयुक्त नाममात्र जीडीपी है।
11 वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के फोकस क्षेत्र: राजनीतिक, सामाजिक -आर्थिक समन्वय, जिसमें सदस्य देशों ने व्यावसायिक अवसरों की पहचान की है। यह विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार पर सहयोग को मजबूत करता है। डिजिटल अर्थव्यवस्था पर सहयोग में वृद्धि विशेषकर संगठित अपराध, मनी लॉन्ड्रिंग एवं मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ लड़ाई पर सहयोग की दृढ़ता, न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) और ब्रिक्स व्यापार परिषद के बीच तालमेल के लिए प्रोत्साहन भी प्रदान करता है।
ब्राजील, चीन एवं रूस के साथ भारत की द्विपक्षीय वार्ता
I. ब्राजील के साथ: ब्राजील के राष्ट्रपति ने 26 जनवरी, 2020 को भारत के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में भारत के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। उनकी द्विपक्षीय वार्ता के दौरान, राष्ट्रों ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को व्यापक रूप से बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की है। पीएम मोदी ने ब्राजील से कृषि निवेश, जैव ईंधन, कटाई के बाद की तकनीक एवं शुपालन जैसे क्षेत्रों में संभावित निवेश के लिए क्षेत्रों की रूपरेखा तैयार की है।
II. चीन के साथ: शी जिनपिंग और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी व्यापार व निवेश जैसे मामलों पर करीबी संवाद बनाए रखने के महत्व पर सहमत हुए हैं। दोनों नेताओं ने 2020 में भारत और चीन के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70 वीं वर्षगांठ के जश्न के लिए चल रही तैयारियों की समीक्षा की है। नेताओं ने सीमा क्षेत्रों में शांति व सुरक्षा बनाए रखने के महत्व को भी दोहराया और CCEP, विश्व व्यापार संगठन और ब्रिक्स सहित कई मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
III. रूस के साथ: वार्ता के दौरान, पुतिन और नरेंद्र मोदी ने सितंबर 2019 में पीएम मोदी की व्लादिवोस्तोक यात्रा के बाद से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति की समीक्षा की। दोनों नेताओं ने कहा कि 2025 तक USD 25 बिलियन द्विपक्षीय व्यापार पहले ही हासिल किया जा चुका है। उन्होंने आगे 2020 में रूसी प्रांतों और भारतीय राज्यों के बीच क्षेत्रीय स्तर पर व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए 1 द्विपक्षीय क्षेत्रीय मंच रखने का फैसला किया है। उन्होंने आगे कहा कि तेल एवं प्राकृतिक गैस के आयात में प्रगति हुई है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्राकृतिक गैस में आर्कटिक क्षेत्र की क्षमता पर प्रकाश डाला और भारत को इस क्षेत्र में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। प्रधान मंत्री मोदी ने 2020 में रूस के विजय दिवस समारोह में भाग लेने के लिए रूसी राष्ट्रपति के निमंत्रण को स्वीकार किया है।
ब्रिक्स क्या है?
ब्रिक्स वर्तमान में पांच प्रमुख विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है। प्रारंभ में, ब्लॉक में केवल चार राष्ट्र शामिल थे, तब इसे BRIC कहा जाता था। दक्षिण अफ्रीका 2010 में ब्लॉक का सदस्य बन गया तदुपरांत इसे BRICS कहा जाने लगा। ब्रिक्स राष्ट्र दुनिया की आबादी का लगभग 42 प्रतिशत, वैश्विक जीडीपी का 23 प्रतिशत और विश्व व्यापार का लगभग 17 प्रतिशत योगदान करता हैं। यह समूह में विश्व आर्थिक विकास का लगभग 50 प्रतिशत और विश्व क्षेत्र का 26.6 प्रतिशत हिस्सा है। सभी ब्रिक्स राष्ट्र G20 समूह के सदस्य हैं। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन को 2009 से हर साल वैकल्पिक रूप से होस्ट किया गया है। जनवरी 2018 में दक्षिण अफ्रीका द्वारा 10 वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी की गई थी।
Pic courtesy: Oneindia
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