पंजाब विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष बीर देविंदर सिंह का चंडीगढ़ के पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGIMER) में निधन हो गया।
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF) के नेता के रूप में शुरुआत करने वाले बीर देविंदर 1980 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार सरहिंद से विधायक चुने गए थे।
बाद में उन्होंने 2002 में खरड़ विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की। उन्होंने पंजाब में अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के दौरान 2003 और 2004 के बीच विधानसभा के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
उन्हें 2016 में कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था और 2019 में शिरोमणि अकाली दल (टकसाली) में शामिल हो गए थे। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने बीर देविंदर के निधन पर शोक व्यक्त किया।
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF) भारत का एक प्रमुख छात्र संगठन है। इसकी स्थापना 1936 में देश भर के छात्रों के अधिकारों और कल्याण की वकालत करने के उद्देश्य से की गई थी।
AISF ऐतिहासिक रूप से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़ा रहा है और इसने विभिन्न छात्र आंदोलनों और संघर्षों में सक्रिय भूमिका निभाई है।