भारतीय वायुसेना इस साल के अंत (अक्टूबर – नवंबर) में बड़े पैमाने पर बहुपक्षीय अभ्यास आयोजित करने की तैयारी कर रही है, जिसका उद्देश्य 12 देशों के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाना है।
तरंग शक्ति नाम का यह अभ्यास भारत में अब तक आयोजित सबसे बड़ा हवाई अभ्यास होगा, जो अंतरराष्ट्रीय सैन्य साझेदारी को मजबूत करने के लिए देश की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।
अन्य के अलावा, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और यूके की वायु सेनाओं के इस अभ्यास में भाग लेने की संभावना है।
भाग लेने वाले देश अपनी सामूहिक क्षमताओं का प्रदर्शन करने और अंतरसंचालनीयता को बढ़ावा देने के लिए अपने सैन्य लड़ाकू विमानों के साथ-साथ परिवहन विमान और अन्य संपत्तियों का योगदान देंगे।
तरंग शक्ति विभिन्न देशों की वायु सेनाओं को संयुक्त प्रशिक्षण, ज्ञान के आदान-प्रदान और विभिन्न परिचालन परिदृश्यों में समन्वय में सुधार करने के लिए एक मंच प्रदान करेगी।
इस अभ्यास का उद्देश्य भाग लेने वाली वायु सेनाओं के बीच आपसी समझ और अनुकूलता, क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ावा देना है।