- केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रामेश्वरम में ‘डॉ एपीजे अब्दुल कलाम: मेमोरीज़ नेवर डाई’ नामक पुस्तक का अनावरण किया।
- रामेश्वरम की अपनी यात्रा के दौरान, केंद्रीय गृह मंत्री ने डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम हाउस, मिशन ऑफ लाइफ गैलरी संग्रहालय और डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रीय स्मारक सहित महत्वपूर्ण स्थानों पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
- यह पुस्तक डॉ. कलाम के बचपन से लेकर उनके अंतिम दिनों तक के जीवन का एक गहन और सच्चा विवरण प्रदान करती है, जो एक समग्र दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है।
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
- डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्तूबर, 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था।
- उन्होंने वर्ष 2002 से वर्ष 2007 तक भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।
- डॉ. कलाम वर्ष 1962 में ‘भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन’ से जुड़े और वहाँ उन्हें प्रोजेक्ट डायरेक्टर के तौर पर भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह (SLV- lll) प्रक्षेपास्त्र बनाने का श्रेय हासिल हुआ।
- अब्दुल कलाम भारत के मिसाइल कार्यक्रम के जनक माने जाते हैं I
- संयुक्त राष्ट्र (UN) ने डॉ. कलाम के जन्म दिवस को चिह्नित करते हुए वर्ष 2010 में 15 अक्तूबर को विश्व छात्र दिवस के रूप में नामित किया था।
- डॉ. कलाम को भारत एवं विदेशों के 48 विश्वविद्यालयों और संस्थानों द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया था।
- उन्होंने वर्ष 1992 से वर्ष 1999 तक प्रधानमंत्री के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में भी कार्य किया।
- डॉ. कलाम को वर्ष 1981 में पद्मभूषण, वर्ष 1990 में पद्मविभूषण और वर्ष 1997 में ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया था I
- 27 जुलाई 2015 को भारतीय प्रबंधन संस्थान शिलोंग में एक कार्यक्रम के दौरान कार्डियक अरेस्ट से उनकी मृत्यु हुई थी I