उत्तर प्रदेश में दुग्ध विकास और उत्पादन को बढ़ावा देने के प्रयास में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नंद बाबा दुग्ध मिशन की शुरुआत की है। 1,000 करोड़ रुपये के बजट वाली इस पहल का उद्देश्य दुग्ध उत्पादकों को सशक्त बनाना और उन्हें डेयरी सहकारी समितियों के माध्यम से उचित मूल्य पर अपना दूध बेचने का अवसर प्रदान करना है।
उद्देश्य और दुग्ध उत्पादकों को सशक्त बनाना
- नंद बाबा दुग्ध मिशन का प्राथमिक उद्देश्य उत्तर प्रदेश में दुग्ध उत्पादकों को सशक्त बनाना है।
- डेयरी सहकारी समितियों की स्थापना करके, इस मिशन का उद्देश्य उत्पादकों को उनके दूध के लिए उचित मूल्य प्रदान करना है, जिससे उनकी आर्थिक भलाई सुनिश्चित हो सके।
डेयरी किसान उत्पादक संगठनों (डेयरी FPOs) की स्थापना
- नंद बाबा दुग्ध मिशन के तहत राज्य के 5 जिलों में डेयरी किसान उत्पादक संगठन (डेयरी FPOs) स्थापित करने की योजना है।
- ये संगठन सीधे उत्पादकों के गांवों में दूध की बिक्री को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
- डेयरी FPOs में महिलाओं की भागीदारी लैंगिक समावेश और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने वाली योजना का एक महत्वपूर्ण पहलू है।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था और कृषि आधारित बुनियादी ढांचे को मजबूत करना
- डेयरी विकास विभाग ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और किसानों के दूध के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने के प्रयासों का नेतृत्व कर रहा है।
- डेयरी FPOs की स्थापना के माध्यम से, इस मिशन का उद्देश्य गांवों में दूध की बिक्री को बढ़ाना है, जो उत्तर प्रदेश में कृषि आधारित बुनियादी ढांचे के विकास में योगदान देता है।