बुध. दिसम्बर 25th, 2024

प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी  ने  गुजरात  के गांधीनगर  में सेमीकॉन इंडिया 2023 का उद्घाटन किया।सेमीकंडक्टर डिजाइन, विनिर्माण और प्रौद्योगिकी विकास के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के उद्देश्य  के लिए उद्योग और उद्योग संघों के साथ साझेदारी में भारत सेमीकंडक्टर मिशन के तहत ‘सेमीकॉनइंडिया 2023’ का आयोजन किया गया।

इससे  भारत में  सेमीकंडक्टर मिशन के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।इसका लक्ष्य  उद्योग , शिक्षा  और अनुसंधान संस्थानों से जुड़े विश्व स्तर के अग्रणी व्यक्तियों को एक साथ लाना है। भारत को सेमीकंडक्टर के डिजाइन, विनिर्माण और प्रौद्योगिकी विकास के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने की परिकल्पना करता है।सेमीकॉनिक इंडिया 2023 में माइक्रोन टेक्नोलॉजी, एप्लाइड मैटेरियल्स, फॉक्सकॉन, एसईएमआई, कैडेंस और एएमडी जैसी प्रमुख कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।भारत को  वैश्विक निवेशकों के लिए एक  चिप बनाने वाले केंद्र के रूप में विकसित करना  है । इस सम्‍मेलन की थीम – भारत की सेमीकंडक्‍टर व्यवस्था तंत्र को बढ़ावा देना।

सेमीकंडक्टर

  • सेमीकंडक्टर एक पदार्थ है,जिसमें विशिष्ट विद्युत गुण होते हैं जो  कंप्यूटर एवं  अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए नींव के रूप में कार्य करता है।
  • इनकी स्थिति  सुचालकों और कुचालकों  के मध्य की होती है।
  • सेमीकंडक्टर आमतौर पर सिलिकॉन एवं जर्मेनियम चिप्स होते हैं।
  • इनका प्रयोग  कंप्यूटर, मोबाइल , गैजेट्स, व्हीकल और माइक्रोवेव ओवन  जैसे कई प्रोडक्ट्स में होता है।

सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम

  • केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2021 में एक स्थायी सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले इकोसिस्टम के विकास के लिए 76,000 करोड़ रुपये के वित्तीय परिव्यय के साथ सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम को मंजूरी दी थी।
  • सेमीकॉन इंडिया प्रोग्राम का लक्ष्य उन कंपनियों को सहायता प्रदान करना है जो सिलिकॉन सेमीकंडक्टर फैब्स, डिस्प्ले फैब्स आदि  सेमीकंडक्टर डिजाइन में लगे हुए हैं।
  • यह कार्यक्रम पूंजी समर्थन और तकनीकी सहयोग की सुविधा प्रदान करके सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले विनिर्माण को प्रोत्साहन देगा।

सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में भारत की स्थिति

  • भारत वर्तमान में  सेमीकंडक्टर चिप के लिए  का आयात  पर निर्भर है।
  • वर्ष 2025 तक इस बाज़ार के 24 बिलियन डॉलर से बढ़कर 100 बिलियन डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है।
  • केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले विनिर्माण पारितंत्र’ (semiconductors and display manufacturing ecosystem) के विकास का समर्थन करने के लिये 76,000 करोड़ रुपए की राशि आवंटित की है।
  • इसके तहत, डिज़ाइन कंपनियों को चिप्स डिज़ाइन करने हेतु प्रोत्साहन के लिये 50 प्रतिशत राशि प्रदान की जाएगी।
  • भारत ने Scheme for Promotion of Manufacturing of Electronic Components and Semiconductors (SPECS) की   शुरुआत की है।
  • वर्ष 2021 में  सेमीकंडक्टर डिज़ाइन में शामिल कम-से-कम 20 घरेलू कंपनियों के संपोषण के लिये  डिज़ाइन लिंक्ड इंसेंटिव (DLI) योजना  प्रारंभ किया गया है ।
  • सेमीकंडक्टर का उपभोग  भारत में वर्ष 2026 तक 80 बिलियन अमेरिकी डॉलर और वर्ष 2030 तक 110 बिलियन अमेरिकी डॉलर को पार कर जाने का अनुमान है।

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