अनुभवी पत्रकार नीरजा चौधरी ने हाल ही में “हाउ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड” नामक एक नई पुस्तक जारी की।
“हाउ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड” पुस्तक उन नाटकीय घटनाओं पर प्रकाश डालती है जिनके कारण सोनिया की घोषणा हुई, जो राहुल की अपनी मां की सुरक्षा के लिए चिंता से प्रेरित थी।
पुस्तक के अनुसार, पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी ने कई आरएसएस नेताओं के साथ सकारात्मक संबंध बनाए रखे लेकिन अपने और संगठन के बीच एक निश्चित दूरी बनाए रखने को लेकर सतर्क रहीं।
यह पुस्तक भारत के प्रधानमंत्रियों की कार्यशैली पर प्रकाश डालती है और छह ऐतिहासिक निर्णयों की जांच करती है।
इन निर्णयों में 1977 में अपनी हार के बाद सत्ता हासिल करने की इंदिरा गांधी की रणनीति, शाह बानो मामले में राजीव गांधी के फैसले की त्रुटियां और वी. पी. सिंह द्वारा मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू करना शामिल है जिसने समकालीन राजनीति को बदल दिया।