- जलवायु परिवर्तन सूचकांक में भारत एक पायदान की छलांग लगाकर 7वें स्थान पर पहुँचा।
- 8 दिसंबर को वैश्विक जलवायु वार्ता COP28 के दौरान जारी रिपोर्ट के अनुसार, भारत अभी भी जलवायु परिवर्तन की दिशा में सबसे अधिक प्रयास करने वाले देशों की सूची में बना हुआ है।
- दुबई में ग्लोबल क्लाइमेट कॉन्फ्रेंस में जारी रिपोर्ट के मुताबिक, भारत लगातार पांच साल से टॉप टेन देशों में बना हुआ है।
- जलवायु परिवर्तन सूचकांक कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए 63 देशों और यूरोपीय संघ के प्रयासों का आकलन करता है।
- 90 प्रतिशत ग्रीन हाउस गैसें इन्हीं देशों से उत्सर्जित होती हैं।
- इस सूचकांक में चीन 51वें और अमेरिका 57वें स्थान पर है।
- सीसीपीआई रैंकिंग में भारत का पिछला प्रदर्शन 2014 में 31वें स्थान से 2023 में सातवें स्थान पर महत्वपूर्ण सुधार दर्शाता है।
- भारत नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने पर केंद्रित स्पष्ट दीर्घकालिक नीतियों के साथ अपने राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) को पूरा करने का प्रयास कर रहा है।
- आज तक, भारत की गैर-जीवाश्म ऊर्जा स्थापित क्षमता 2030 तक 50% के लक्ष्य की तुलना में लगभग 44% है।
