- आईआईटी जम्मू के प्रोफेसर ने ध्वनि आधारित एंटी-ड्रोन सिस्टम विकसित किया है।
- आईआईटी जम्मू इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर ने एक एंटी-ड्रोन सिस्टम विकसित किया है जो मुख्य रूप से ध्वनि प्रौद्योगिकी पर काम करता है।
- यह ड्रोन प्रणाली लागत प्रभावी और उपयोगकर्ता के अनुकूल है।
- यह अपनी तरह की पहली प्रणाली है जिसे ‘ध्वनि-आधारित पहचान’ नामक पूरी तरह से नई तकनीक के आधार पर विकसित किया गया है।
- यह प्रणाली ड्रोन द्वारा उत्सर्जित ध्वनि का पता लगाती है और एक अद्वितीय हस्ताक्षर उत्पन्न करती है जो ड्रोन की पहचान करने में मदद करती है।
- यह 300 मीटर तक उड़ रहे ड्रोन, विमान, कई ड्रोन या पक्षियों को उनकी आवाज से आसानी से पहचान सकता है।
- इस सिस्टम की लागत करीब 4 लाख रुपये है। इससे पाकिस्तान से आने वाले ड्रोन और पक्षियों का पता लगाने में मदद मिलेगी।
- हथियार, गोला-बारूद, नकदी और ड्रग्स भेजने के लिए ड्रोन के बढ़ते उपयोग से निपटने के लिए सुरक्षा बलों के लिए विभिन्न तकनीकों का विकास किया जा रहा है।
