- चीनी नागरिक मामलों के मंत्रालय ने ज़ंगनान (अरुणाचल प्रदेश का चीनी नाम) के मानकीकृत भौगोलिक नामों की चौथी सूची जारी की।
- चीन ने अरुणाचल प्रदेश में 30 और जगहों के नाम जारी किए हैं।
- अप्रैल 2023 में जब चीन ने अरुणाचल प्रदेश के 11 स्थानों के नामों की तीसरी सूची जारी की तो भारत ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी।
- केंद्र सरकार ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है।
चीन अरुणाचल प्रदेश पर दावा क्यों करता है
- चीन पूरे अरुणाचल प्रदेश को “दक्षिण तिब्बत” के रूप में दावा करता है। इसे चीनी भाषा में “ज़ंगनान” कहा जाता है।
- चीन का मुख्य दिलचस्पी तवांग जिले में है, जो अरुणाचल के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में है और भूटान और तिब्बत की सीमा पर है।
- तवांग तिब्बत और ब्रह्मपुत्र घाटी के बीच गलियारे में एक महत्वपूर्ण बिंदु है।
- तवांग गदेन नामग्याल ल्हात्से (तवांग मठ) तिब्बती बौद्ध धर्म का दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मठ है।
- चीन दावा करता है कि तवांग जिले के इस मठ से साबित होता है कि यह जिला तिब्बत का हिस्सा था।
- मैकमोहन रेखा पूर्वी क्षेत्र में तिब्बत को भारत से अलग करती है।