शुक्र. अप्रैल 18th, 2025 7:25:56 AM
  • मूडीज रेटिंग्स ने अनुमान लगाया है कि भारत को 2030 तक 500 गीगावाट (GW) अक्षय ऊर्जा के अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए 385 बिलियन डॉलर का निवेश करना होगा।
  • कोयला अगले दशक तक बिजली उत्पादन का एक प्रमुख स्रोत बना रहेगा।
  • भारत एक प्रमुख ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जक है और अपने 500 गीगावाट लक्ष्य को पूरा करने के लिए हर साल अपनी गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता को 50 गीगावाट तक कम करने का लक्ष्य बना रहा है।
  • भारत को अगले छह से सात वर्षों में क्षमता पर 190 बिलियन डॉलर से 215 बिलियन डॉलर खर्च करने होंगे।
  • भारत के मजबूत नीतिगत समर्थन ने वित्त वर्ष 2023-24 में नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी को उसकी बिजली क्षमता के लगभग 43% तक बढ़ा दिया है।
  • अडानी समूह 2030 तक 45 गीगावाट अक्षय ऊर्जा उत्पन्न करने का लक्ष्य बना रहा है।

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