रवि. जून 30th, 2024

स्वीडिश थिंक टैंक, स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) ने हाल ही में दुनियाभर में परमाणु हथियारों की स्थिति को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट के अनुसार भारत सहित दुनिया के कई परमाणु संपन्न देशों ने अपने परमाणु हथियारों का आधुनिकीकरण किया है. दुनिया में नौ परमाणु संपन्न देश है जिसमें यूएस, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, उत्तर कोरिया और इज़राइल शामिल है. वहीं देखें तो परमाणु हथियारों के केंद्र में यूएस और रूस है जिनके पास दुनिया के कुल 12,121 परमाणु हथियारों में से लगभग 90% न्यूक्लियर वॉरहेड है.

देश-विशिष्ट विकास

  • रूस और अमेरिका: दोनों के पास कुल परमाणु शस्त्रों का लगभग 90% हिस्सा है।
  • चीन: चीन ने जनवरी, 2024 तक अपने परमाणु शस्त्रागार को 410 से बढ़ाकर 500 कर दिया है और वह किसी भी अन्य देश की तुलना में अपने परमाणु शस्त्रागार का तीव्र विस्तार कर रहा है।
  • उत्तर कोरिया के पास लगभग 50 वारहेड, जबकि उसकी सामग्री को मिलाकर यह संख्या 90 तक है।
  • इज़रायल अपने शस्त्रागार का आधुनिकीकरण कर रहा है साथ ही प्लूटोनियम उत्पादन क्षमताओं को भी बढ़ा रहा है (हालाँकि आधिकारिक तौर पर यह स्वीकार्य नहीं है)।

भारत और पाकिस्तान

  • जनवरी, 2024 तक भारत के पास 172 परमाणु शस्त्रागार हैं, जो विश्व स्तर पर पाकिस्तान (170) से अधिक छठे स्थान पर है, वह चीन पर निशाना साधने वाले लंबी दूरी के शस्त्रों पर ज़ोर दे रहा है।

परमाणु कूटनीति की चुनौतियाँ

  • परमाणु शस्त्रागार नियंत्रण और निरस्त्रीकरण कूटनीति को, विशेष रूप से यूक्रेन तथा गाज़ा में युद्ध के कारण, असफलताओं का सामना करना पड़ा।
  • ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ता गया तथा इज़रायल-हमास युद्ध ने कूटनीतिक प्रयासों को और अधिक जटिल बना दिया।
  • महत्त्वपूर्ण असफलताओं में नई START संधि से रूस का निलंबन के साथ-साथ व्यापक परमाणु-परीक्षण-प्रतिबंध संधि (CTBT) अनुसमर्थन से हटना भी शामिल है।

वैश्विक सुरक्षा संबंधी चिंताएँ

  • इसमें सैन्य व्यय, हथियारों के हस्तांतरण और संघर्षों में निजी सैन्य कंपनियों की भूमिका जैसे मुद्दों पर भी प्रकाश डाला गया ।
  • इसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता, बाह्य अंतरिक्ष, साइबरस्पेस एवं युद्ध क्षेत्रों में नागरिकों की सुरक्षा से संबंधित जोखिमों पर भी प्रकाश डाला गया।

स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI)

  • यह एक स्वतंत्र अंतर्राष्ट्रीय संस्थान है जो संघर्ष, युद्धक सामग्रियों, हथियार नियंत्रण तथा निरस्त्रीकरण पर अनुसंधान के लिये समर्पित है।
  • SIPRI एक स्वतंत्र अंतर्राष्ट्रीय संस्थान है जिसकी स्थापना वर्ष 1966 में हुई थी।
  • यह नीति निर्माताओं, शोधकर्त्ताओं, मीडिया एवं इच्छुक लोगों को आँकड़ों का विश्लेषण और सुझाव उपलब्ध कराती है।

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