0 UPSC HINDI QUIZ 28.06.2024 Daily Quiz 1 / 5 Q1. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः 1. चीन और फ्रांस द्वारा संयुक्त रूप से विकसित स्पेस वेरिएबल ऑब्जेक्ट्स मॉनिटर (SVOM) स्पेसक्राफ्ट को 22 जून को सिचुआन प्रांत के शीचांग सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से कक्षा में लॉन्च किया गया। 2. स्पेस वेरिएबल ऑब्जेक्ट्स मॉनिटर (एसवीओएम) चीन और फ्रांस द्वारा संयुक्त रूप से विकसित पहला खगोल विज्ञान उपग्रह है । उपर्युक्त में से कौन सा कथन सत्य है? केवल 1 केवल 2 1 व 2, दोनों दोनों कथन असत्य है। Explanation: चीन और फ्रांस द्वारा संयुक्त रूप से विकसित स्पेस वेरिएबल ऑब्जेक्ट्स मॉनिटर (SVOM) स्पेसक्राफ्ट को 22 जून को सिचुआन प्रांत के शीचांग सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से कक्षा में लॉन्च किया गया। स्पेस वेरिएबल ऑब्जेक्ट्स मॉनिटर चीन-फ्रांस सहयोग: स्पेस वेरिएबल ऑब्जेक्ट्स मॉनिटर (एसवीओएम) चीन और फ्रांस द्वारा संयुक्त रूप से विकसित पहला खगोल विज्ञान उपग्रह है ।दोनों देशों ने मिलकर 2018 में एक समुद्र विज्ञान उपग्रह भी विकसित और लॉन्च किया था पेलोड: यह उपग्रह 930 किलोग्राम का है और इसमें चार पेलोड हैं , जिनमें से दो फ्रांस द्वारा तथा दो चीन द्वारा विकसित किए गए हैं। 2 / 5 Q2. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः 1. भारत सरकार के स्वामित्व वाली कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी, ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने झारखंड के जामताड़ा जिले में कस्ता कोयला ब्लॉक में यथास्थान भूमिगत कोयला गैसीकरण के लिए एक पायलट परियोजना शुरू की है। 2. केंद्रीय कोयला मंत्रालय ने 2011 में देश के कोयला और लिग्नाइट वाले क्षेत्रों के लिए भूमिगत कोयला गैसीकरण नीति को मंजूरी दी थी। 3. कस्ता कोयला ब्लॉक को इस पायलट परियोजना के लिया चुना गया था। उपर्युक्त दिया गया कौन सा कथन सही हैं ? 1 और 2 सही हैं 1 और 3 सही हैं 2 और 3 सही हैं उपर्युक्त सभी सही हैं Explanation: भारत सरकार के स्वामित्व वाली कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी, ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने झारखंड के जामताड़ा जिले में कस्ता कोयला ब्लॉक में यथास्थान भूमिगत कोयला गैसीकरण के लिए एक पायलट परियोजना शुरू की है। खदान से कोयला नहीं निकाला जाएगा और कोयला गैसीकरण की प्रक्रिया खदान के भीतर ही होगी।यदि परियोजना सफल होती है, तो यह भारत के ऊर्जा क्षेत्र के लिए परिवर्तनकारी अवसर पैदा करेगी। यह देश के कोयला संसाधनों के दीर्घकालिक टिकाऊ और कुशल उपयोग को प्रदर्शित करेगी। भूमिगत कोयला गैसीकरण पायलट परियोजना केंद्रीय कोयला मंत्रालय ने 2015 में देश के कोयला और लिग्नाइट वाले क्षेत्रों के लिए भूमिगत कोयला गैसीकरण नीति को मंजूरी दी थी। कस्ता कोयला ब्लॉक को इस पायलट परियोजना के लिया चुना गया था। यह परियोजना कोल इंडिया लिमिटेड अनुसंधान और विकास बोर्ड द्वारा वित्त पोषित है। ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ,सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट (सीएमपीडीआई) रांची और कनाडा की कंपनी एर्गो एक्सर्जी टेक्नोलॉजीज इंक के सहयोग से इस परियोजना को कार्यान्वित कर रही है। पायलट प्रोजेक्ट, जिसे 22 जून 2024 को शुरू किया गया था, दो साल की अवधि में दो चरणों में लागू किया जाएगा। 3 / 5 Q3. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः 1. श्रीनगर विश्व शिल्प परिषद द्वारा ‘विश्व शिल्प शहर के रूप में मान्यता प्राप्त करने वाला चौथा भारतीय शहर बन गया है। 2. जयपुर, मलप्पुरम और मैसूर अन्य तीन भारतीय शहर हैं जिन्हें पहले विश्व शिल्प शहरों के रूप में मान्यता दी जा चुकी है। उपर्युक्त में से कौन सा कथन सत्य है? केवल 1 केवल 2 1 व 2, दोनों दोनों कथन असत्य है। Explanation: श्रीनगर विश्व शिल्प परिषद (World Craft Council- WCC) द्वारा ‘विश्व शिल्प शहर (World Craft City- WCC)’ के रूप में मान्यता प्राप्त करने वाला चौथा भारतीय शहर बन गया है। जयपुर, मलप्पुरम और मैसूर अन्य तीन भारतीय शहर हैं जिन्हें पहले विश्व शिल्प शहरों के रूप में मान्यता दी जा चुकी है। वर्ष 2021 में श्रीनगर शहर को शिल्प और लोक कलाओं के लिये यूनेस्को क्रिएटिव सिटी नेटवर्क (UNESCO Creative City Network- UCCN) के हिस्से के रूप में एक रचनात्मक शहर नामित किया गया था। कागज की लुगदी, अखरोट की लकड़ी पर नक्काशी, कालीन, सोज़नी कढ़ाई और पश्मीना और कानी शॉल श्रीनगर के कुछ शिल्प हैं। WCC-विश्व शिल्प शहर कार्यक्रम इसे वर्ष 2014 में विश्व शिल्प परिषद AISBL (WCC-इंटरनेशनल) द्वारा दुनिया भर में शिल्प विकास में स्थानीय अधिकारियों, शिल्पकारों और समुदायों की महत्त्वपूर्ण भूमिका को मान्यता देने के लिये शुरू किया गया था। WCC-इंटरनेशनल की स्थापना वर्ष 1964 में हुई थी और श्रीमती कमलादेवी चट्टोपाध्याय, संस्थापक सदस्यों में से एक होने के नाते, प्रथम WCC आम सभा में शामिल हुई थीं। श्रीमती कमलादेवी चट्टोपाध्याय ने भारत की शिल्प विरासत को संरक्षित करने और बढ़ाने के लिये वर्ष 1964 में भारतीय शिल्प परिषद की स्थापना की। 4 / 5 Q4. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः 1. एनएचएआई द्वारा ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम आधारित टोलिंग पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की गई। 2. इस कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहन चालकों को सहज और परेशानी मुक्त टोलिंग अनुभव प्रदान करने के लिए किया गया था। 3. इस अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला ने भारत में जीएनएसएस तकनीक पर आधारित फ्री-फ्लो टोलिंग प्रणाली के सुचारू कार्यान्वयन से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने के लिए उद्योग और वैश्विक विशेषज्ञों दोनों को एक अनूठा मंच प्रदान किया। उपर्युक्त दिया गया कौन सा कथन सही हैं ? 1 और 2 सही हैं 1 और 3 सही हैं 2 और 3 सही हैं . उपर्युक्त सभी सही हैं Explanation: एनएचएआई द्वारा प्रवर्तित कंपनी इंडियन हाईवे मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (आईएचएमसीएल) द्वारा नई दिल्ली में ‘भारत में ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (जीएनएसएस) आधारित इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह’ पर एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहन चालकों को सहज और परेशानी मुक्त टोलिंग अनुभव प्रदान करने के लिए किया गया था। इस अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला ने भारत में जीएनएसएस तकनीक पर आधारित फ्री-फ्लो टोलिंग प्रणाली के सुचारू कार्यान्वयन से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने के लिए उद्योग और वैश्विक विशेषज्ञों दोनों को एक अनूठा मंच प्रदान किया। इस अवसर पर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी मुख्य अतिथि थे। दिन भर चली कार्यशाला में कई पैनल चर्चाएँ हुईं। इसमें ऑन-बोर्ड यूनिट्स (ओबीयू), वाणिज्यिक वाहन और राष्ट्रीय राजमार्ग शुल्क नियम, टोल चार्जर सॉफ्टवेयर, जारीकर्ता इकाई की भूमिका और भारत में मल्टी-लेन फ्री फ्लो ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (जीएनएसएस) आधारित इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह के सफल कार्यान्वयन के लिए सड़क बुनियादी ढांचे की आवश्यकताएं शामिल थीं। एनएचएआई मौजूदा फास्टैग इकोसिस्टम के भीतर जीएनएसएस-आधारित इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन (ईटीसी) प्रणाली को लागू करने की योजना बना रहा है। इसमें शुरुआत में हाइब्रिड मॉडल का उपयोग किया जाएगा, जहां आरएफआईडी-आधारित ईटीसी और जीएनएसएस-आधारित ईटीसी दोनों एक साथ काम करेंगे। टोल प्लाजा पर समर्पित जीएनएसएस लेन उपलब्ध होंगी, जिससे जीएनएसएस-आधारित ईटीसी का उपयोग करने वाले वाहन आसानी से गुजर सकेंगे। जैसे-जैसे जीएनएसएस आधारित ईटीसी अधिक व्यापक होता जाएगा, सभी लेन अंततः जीएनएसएस लेन में परिवर्तित हो जाएंगी। 5 / 5 Q5. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः 1. मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी जिलों में एक प्रधानमंत्री उत्कृष्टता महाविद्यालय की स्थापना को मंजूरी दी है। 2. 1 जुलाई को मध्य प्रदेश के सभी 45 जिलों में प्रधानमंत्री उत्कृष्टता महाविद्यालय का औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा। उपर्युक्त में से कौन सा कथन सत्य है? केवल 1 केवल 2 1 व 2, दोनों दोनों कथन असत्य है। Explanation: मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी जिलों में एक प्रधानमंत्री उत्कृष्टता महाविद्यालय की स्थापना को मंजूरी दी है। 1 जुलाई को मध्य प्रदेश के सभी 55 जिलों में प्रधानमंत्री उत्कृष्टता महाविद्यालय का औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा। मध्य प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य में ड्रोन नीति भी बनाई जाएगी। सीएम ने अधिकारियों को विमानन, कृषि और कृत्रिम बुद्धिमत्ता में बढ़ते रोजगार के अवसरों को ध्यान में रखते हुए बेहतर शिक्षण व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत प्रधानमंत्री उत्कृष्टता महाविद्यालय की स्थापना को मध्य प्रदेश सरकार ने मंजूरी दी है। एमपी सीएम ने कहा कि प्रत्येक पीएम उत्कृष्टता महाविद्यालय में 'भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र' भी स्थापित किया जाएगा। यह पारंपरिक भारतीय ज्ञान का केंद्र होगा। सभी सरकारी, गैर-सरकारी और अनुदानित कॉलेजों में विद्यावन या शैक्षिक उद्यान विकसित किए जाएंगे। मध्य प्रदेश में छात्रों के बीच पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए इन्हें विकसित किया जाएगा। Your score is LinkedIn Facebook Twitter VKontakte पोस्ट नेविगेशन ALL EXAM QUIZ 28.06.2024 जेपी नड्डा द्वारा राष्ट्रीय डायरिया रोको अभियान-2024 का शुभारंभ किया गया