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बजट 2024-25

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2024-25 पेश किया है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार सत्ता में आने के बाद यह पहला बजट है. सीतारमण द्वारा पेश किया गया लगातार यह सातवां बजट है।उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत में ही कह दिया कि हमारा ध्यान गरीब, महिलाएं, युवा और अन्नदाता पर है। यानी वह चार जातियां, जिनका जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करते आए हैं। बजट 2024-25 में इन चार जातियों के लिए खूब सारे प्रावधान हैं। नौकरियों की भी खूब बात की गई है। उद्योगों और स्टार्ट-अप्स के लिए बड़ी घोषणाएं की गई हैं।

निर्मला सीतारमण ने बताया है कि 2024-25 में सरकार 48.20 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च करेगी. ये सिर्फ बजट अनुमान है. आमतौर पर जितना अनुमान होता है, उससे ज्यादा ही खर्च हो जाता है.सरकार का अनुमान है कि एक साल में वो जो 48.20 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी, उसके लिए 31.29 लाख करोड़ तो टैक्स से आ जाएंगे. लेकिन बाकी का खर्च चलाने के लिए सरकार उधार लेगी. 2024-25 में सरकार 16.13 लाख करोड़ रुपये उधार लेगी. सरकार के खर्च का एक बड़ा हिस्सा उधारी पर लगे ब्याज को चुकाने में ही चला जाता है.

कहां से कमाएगी

कहां खर्च करेगी:

सरकार को उधार प्राप्तियाँ

कितना कर्ज है सरकार पर

विकसित भारत’ की खोज में नौ बजट प्राथमिकताएँ:

  1. कृषि में उत्पादकता और लचीलापन
  2. रोजगार एवं कौशल
  3. समावेशी मानव संसाधन विकास और सामाजिक न्याय
  4. विनिर्माण एवं सेवाएँ
  5. शहरी विकास 
  6. ऊर्जा सुरक्षा
  7. आधारभूत संरचना
  8. नवाचार, अनुसंधान एवं विकास
  9. अगली पीढ़ी के सुधार

शुद्ध कर प्राप्तियाँ ₹25.83 लाख करोड़

कृषि क्षेत्र को ₹1.52 लाख करोड़ आवंटित

Angel Tax एंजेल टैक्स खत्म

क्या है एंजल टैक्स? जब कोई स्टार्टअप विदेश से कोई निवेश हासिल करता है तो उस निवेश को अन्य माध्यम से आय मानते हुए उस पर 30 प्रतिशत का टैक्स लगता है, जिसे एंजल टैक्स कहा जाता है। अपनी फेयर वैल्यू से जितनी अधिक राशि स्टार्टअप किसी एंजल निवेशक से जुटाता है, उस पर एंजल टैक्स वसूला जाता है। मान लीजिए किसी स्टार्टअप की फेयर वैल्यू एक करोड़ है और वह 1.5 करोड़ रुपये एंजल निवेशकों से जुटाता है तो 50 लाख रुपये पर एंजल टैक्स लगेगा। एंजल टैक्स खत्म होने से क्या होगा फायदा वर्ष 2012 में टैक्स लगाते समय सरकार की यह सोच थी कि बाहरी निवेश की आड़ में मनी लॉन्ड्रिंग की जा सकती है। जानकारों का कहना है कि एंजल टैक्स को समाप्त करने से स्टार्टअप को फंड जुटाना आसान हो जाएगा। स्टार्टअप अब इनोवेशन पर अधिक खर्च कर सकेंगे और रोजगार में भी बढ़ोतरी होगी। एंजल टैक्स की वजह से नए स्टार्टअप को फंड जुटाने में कठिनाई होती थी और विदेश से फंड जुटाने वालों को शक की नजर से देखा जाता था।  

अप्रत्यक्ष कर क्या बोली वित्त मंत्री

‘कारोबार में आसानी’

बुनियादी ढांचे का विकास

नई पेंशन योजना लांच

Tax Slab 2024 क्या है नया टैक्स स्लैब:

आयनई दर
0-3 लाख0%
3-7 लाख5%
7-10 लाख10%
10-12 लाख15%
12-15 लाख20%
15+ लाख30%

नई टैक्स रिजीम में अब 50 हजार की जगह 75 हजार रुपए का स्टैंडर्ड डिडक्शन मिलेगा। पुरानी टैक्स रिजीम चुनने पर 2.5 लाख रुपए तक की इनकम ही टैक्स फ्री रहेगी, लेकिन इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 87A के तहत 5 लाख तक की इनकम पर टैक्स बचा सकते हैं।

सभी वित्तीय और गैर-वित्तीय उपकरणों पर दीर्घकालिक कैप लाभ 12.5% ​​लगेगा

मुद्रा ऋण की सीमा 20 लाख हुई

बाढ़ प्रबंधन के लिए भी घोषणा

25 हजार छात्रों को ट्रेनिंग

सोने, चांदी और प्लैटिनम पर कस्टम ड्यूटी

फसलों  के लिए अनुसंधान आधारित सेटअप

एमएसएमई के लिए क्रेडिट गारंटी योजना

विनिर्माण क्षेत्र में 30 लाख युवाओं को लाभ 

महिलाओं और किसानों पर विशेष ध्यान

ऊर्जा सुरक्षा

बजट में आंध्र प्रदेश को क्या मिला

बजट में बिहार को क्या मिला

बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा

बजट हाई लाइट्स

भारत सरकार के घाटे 

  अनंतिम अनुमान 2023-24 2024-25 के लिए बजट अनुमान
राजकोषीय घाटा 5.6 %4.9 % (या 16.13 लाख करोड़ रु)
राजस्व घाटा 2.6 %1.8 %
प्राथमिक घाटा 2.0 %1.4 %
कर राजस्व (सकल)11,7 %11.8%
केंद्र सरकार का कर्ज 58.2 %56.8%

केंद्रीय बजट 2024-25 में भारतीय रेलवे के लिए प्रावधान

आवंटन

रेलवे सुरक्षा

रेलवे पटरियों  के संबंध में प्रावधान

रेलवे का विद्युतीकरण

रेल मार्ग के विद्युतीकरण का इतिहास

माल लदान का लक्ष्य

समर्पित माल गलियारे 

समर्पित माल गलियारे के दो घटक हैं: पूर्वी और पश्चिमी।

पूर्वी समर्पित माल गलियारा 

पश्चिमी  समर्पित माल गलियारा –

नया समर्पित माल गलियारा

2010-11 के रेलवे बजट में, सरकार ने तीन और समर्पित माल गलियारों की घोषणा की हैं जो हैं ;

2,500 यात्री कोच

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