रवि. सितम्बर 29th, 2024

सरकार ने 4 सरकारी कंपनियों को नवरत्न का दर्जा दिया है। SJVN, SECI, NHPC और रेलटेल कॉर्प को अब नवरत्न कंपनियों की लिस्ट में शामिल किया गया है। नवरत्न कंपनियों की संख्या बढ़कर अब 25 हो गई है।दरअसल नवरत्न दर्जा मिलने से ज्यादा फाइनेंशियल और ऑपरेशनल छूट मिलती है। इसके तहत सरकार की इजाजत के बिना 1,000 करोड़ रुपये या नेटवर्थ का 15% तक का निवेश करने की छूट मिलती है। नवरत्न कंपनियां विदेश में ज्वाइंट वेंचर भी बना सकती हैं।

  • रेलटेल: रेलटेल 22वीं नवरत्न कंपनी होगी। ये रेल मंत्रालय के अधीन सरकारी कंपनी/CPSE (सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज) है. FY24 में कंपनी की सालाना आय 2,622 करोड़ रुपये और मुनाफा 246 करोड़ रुपये रहा था।
  • SECI: वहीं SECI (सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 23वीं नवरत्न कंपनी के तौर पर मान्यता दी है। SECI नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के तहत आने वाली सरकारी कंपनी है, जिसका FY24 में एनुअल टर्नओवर 13,035 करोड़ रुपये रहा था, जबकि मुनाफा 436 करोड़ रुपये था।
  • NHPC: NHPC (नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन) को 24वीं नवरत्न कंपनी के तौर पर मान्यता दी गई है। NHPC ऊर्जा मंत्रालय के तहत आने वाली सरकारी कंपनी है। FY24 में कंपनी की सालाना आय 8,405 करोड़ रुपये रही थी, जबकि मुनाफा 3,744 करोड़ रुपये था।
  • SJVN: जबकि SJVN (सतलुज जल विद्युत निगम) 25वीं नवरत्न कंपनी होगी। ये भी ऊर्जा मंत्रालय के तहत आने वाली सरकारी कंपनी है। FY24 में SJVN की सालाना आय 2,833 करोड़ रुपये थी, जबकि मुनाफा 908 करोड़ रुपये रहा था।

नवरत्न दर्जा प्राप्त होने के लाभ

  • केंद्रीय प्राधिकरण से अनुमोदन की आवश्यकता के बिना ₹1,000 करोड़ तक के महत्त्वपूर्ण निवेश निष्पादित करने का अधिकार
  • प्रतिवर्ष अपनी नेटवर्थ का 30% तक आवंटित करने की अनुमति, लेकिन यह 1,000 करोड़ से कम रहे।
  • संयुक्त उद्यमों में भाग लेने, साझेदारी बनाने एवं विदेशी सहायक कंपनियाँ स्थापित करने का विकल्प
  • इसके निदेशक मंडल को भारत एवं विदेशों में विलय तथा अधिग्रहण की अनुमति देने की शक्ति
  • इसे विदेश में निवेश करने के लिए आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति से मंजूरी की आवश्यकता होगी
  • महारत्‍न, नवरत्‍न तथा मिनीरत्‍न

केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (CPSE) को उन्हें होने वाले लाभ और नेट वर्थ के आधार पर तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है –

  1. महारत्‍न
  2. नवरत्‍न
  3. मिनीरत्‍न

मिनीरत्न को मिनीरत्न श्रेणी-I तथा मिनीरत्न श्रेणी-II में वर्गीकृत किया गया है।

नवरत्‍न दर्जा प्राप्त करने के मानदंड

  • पहले से मिनीरत्न श्रेणी-I का दर्जा प्राप्त हो।
  • विगत पाँच वर्षों में से तीन में समझौता ज्ञापन प्रणाली के तहत बहुत अच्छी या उत्कृष्ट रेटिंग प्राप्त की हो।

निम्नलिखित छह प्रदर्शन मापदंडों में 60 अंक या उससे अधिक का स्कोर प्राप्त किया हो –

  • प्रति शेयर कमाई-10 अंक
  • शुद्ध पूंजी और शुद्ध लाभ- 25 अंक
  • उत्पादन की कुल लागत के सापेक्ष जनशक्ति(Manpower) पर आने वाली लागत-15 अंक
  • कारोबार पर ब्याज और करों से पहले अर्जित लाभ – 15 अंक
  • नियोजित पूंजी के लिए मूल्यह्रास, ब्याज और करों से पहले अर्जित लाभ – 15 अंक
  • अंतर-क्षेत्रीय प्रदर्शन- 20 अंक

Login

error: Content is protected !!