- प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुजरात के लोथल में राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर के विकास को मंजूरी दे दी है।
- प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता स्थल , लोथल के पास ,विकसित होने वाले राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर को दो चरणों में विकसित किया जाएगा।
- लोथल में राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर को गुजरात राज्य सरकार के सहयोग से सागरमाला परियोजना के तहत केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय द्वारा विकसित किया जा रहा है।
- इसे गुजरात के भावनगर जिले में लगभग 4500 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 400 एकड़ भूमि पर बनाया जा रहा है। इस परियोजना पर काम मार्च 2022 में शुरू हो गया था।
लोथल
- लोथल सिंधु घाटी सभ्यता का एकमात्र ज्ञात बंदरगाह शहर है।
- 4500 साल पुराना पुरातात्विक स्थल भोगवा नदी के किनारे स्थित है, जो साबरमती नदी की सहायक नदी है।
- लोथल को दुनिया के सबसे पुराने जहाज निर्माण सुविधा के साथ बंदरगाह शहरों में से एक माना जाता है।
- गुजराती में लोथल का अर्थ है ‘मुर्दों का टीला’।
- इसकी खोज 1952 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के पुरातत्वविद् एसआर राव ने की थी।