गुरु. अप्रैल 10th, 2025

शिक्षा मंत्रालय ने एक भारत श्रेष्ठ भारत (EBSB) पहल के तहत युवा संगम के पांचवें चरण के लिए पंजीकरण पोर्टल लॉन्च किया है। यह कार्यक्रम युवाओं के बीच संपर्क और समझ को गहरा करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। युवा संगम मुख्य रूप से 18-30 वर्ष के आयु वर्ग के छात्रों, एनएसएस/एनवाईकेएस स्वयंसेवकों, कार्यरत और स्व-रोजगार वाले व्यक्तियों के लिए है।इस पहल की शुरुआत वर्ष 2023 में हुई थी, और यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के लक्ष्यों के साथ जुड़ी है, जिसमें अनुभवात्मक शिक्षा और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता को आत्मसात करने पर जोर दिया गया है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत, प्रतिभागियों को विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के युवाओं के साथ संवाद करने, वहां की संस्कृति, प्राकृतिक भू-आकृतियों, विकास स्थलों, और स्थानीय परंपराओं को जानने का अवसर मिलेगा।

युवा संगम कार्यक्रम

  • युवा संगम कार्यक्रम को एक भारत श्रेष्ठ भारत पहल के तहत 31 अक्टूबर 2016 को शुरू किया गया था, जो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 31 अक्टूबर 2015 को प्रस्तुत विचार के अनुरूप है। इस पहल का उद्देश्य देश के युवाओं में एकता की भावना और विविधता में गर्व का संचार करना है। पंच प्राण के दो मुख्य तत्व – एकता में शक्ति और विरासत में गौरव इस पहल का मुख्य हिस्सा हैं।

युवा संगम (चरण-V)

  • एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत युवा संगम (चरण-V) एक महत्वपूर्ण पहल है, जो भारत सरकार द्वारा युवाओं के बीच आपसी संपर्क और समझ को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की जाती है। इस पहल का उद्देश्य विभिन्न राज्यों के युवाओं को आपसी संवाद और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से देश की समृद्ध विविधता का अनुभव कराना है।

कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएँ

लक्ष्य समूह:

  • मुख्य रूप से उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र।
  • देशभर के कुछ ऑफ-कैंपस युवा भी इस कार्यक्रम में भाग ले सकते हैं।

यात्राओं का आयोजन:

  • विभिन्न राज्यों में युवाओं के लिए भ्रमण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें वे अपने अनुभवों को साझा करेंगे और वहां की संस्कृति, परंपराओं, विकास की उपलब्धियों और स्थानीय युवाओं के साथ बातचीत करेंगे।
  • मुख्य अनुभव क्षेत्रों: युवाओं को इन पांच व्यापक क्षेत्रों में अनुभव प्राप्त होंगे:
  • पर्यटन: विभिन्न राज्यों की खूबसूरती, सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटक स्थलों का भ्रमण।
  • परम्परा: हर राज्य की अनूठी परंपराओं, रीति-रिवाजों, और लोक कला का अनुभव।
  • प्रगति: राज्यों की विकास यात्रा और हाल की उपलब्धियों को जानने का अवसर।
  • परस्पर संपर्क: स्थानीय युवाओं के साथ संवाद और सांस्कृतिक साझेदारी को बढ़ावा देना।
  • प्रौद्योगिकी: आधुनिक तकनीकों और राज्यों की तकनीकी प्रगति से जुड़ना।

उद्देश्य

  • विभिन्न राज्यों के युवाओं के बीच गहरे संबंध और जुड़ाव को बढ़ावा देना।
  • उन्हें भारत की समृद्ध विविधता और एकता में शक्ति का प्रत्यक्ष अनुभव कराना।
  • युवाओं को विकास की उपलब्धियों और हाल की प्रगति से रूबरू कराना, जिससे वे देश के विकास में अपने योगदान के प्रति प्रेरित हो सकें।

एक भारत श्रेष्ठ भारत

  • यह पहल वर्ष 2015 में केंद्र सरकार द्वारा देश की विविध संस्कृतियों और परंपराओं के बीच आपसी समझ और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लोगों के बीच गहरे और संरचित जुड़ाव को प्रोत्साहित करना है, जिससे राष्ट्रीय एकता और अखंडता को मजबूती मिले।
  • संबद्ध मंत्रालय: यह कार्यक्रम शिक्षा मंत्रालय के तहत संचालित होता है, जो इस योजना की गतिविधियों और उसके लक्ष्यों की दिशा में कार्य करता है।
  • योजना के तहत गतिविधियाँ: इस पहल के अंतर्गत प्रत्येक राज्य और केंद्रशासित प्रदेश को एक समयावधि के लिए दूसरे राज्य/केंद्रशासित प्रदेश के साथ जोड़ा जाता है। इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में आपसी विचारों और संस्कृतियों का आदान-प्रदान होता है.

 जैसे कि:

  • भाषा और साहित्य
  • व्यंजन
  • त्योहार और सांस्कृतिक कार्यक्रम
  • पर्यटन और हस्तशिल्प

उद्देश्य

  • देश में विविधता में एकता की भावना को और मजबूत करना।
  • राष्ट्र के सभी हिस्सों के बीच भावनात्मक बंधनों को और अधिक गहरा करना।
  • राज्यों के बीच दीर्घकालिक जुड़ाव स्थापित करना।
  • विभिन्न राज्यों की समृद्ध संस्कृति, परंपराओं, और रीति-रिवाजों को समझने और सराहना करने का अवसर प्रदान करना।
  • सर्वोत्तम प्रथाओं और अनुभवों को साझा करके राज्यों के बीच ज्ञान को बढ़ावा देना।

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