दुनिया के नंबर एक शतरंज खिलाड़ी, मैग्नस कार्लसन, ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टाटा स्टील शतरंज इंडिया टूर्नामेंट में ब्लिट्ज़ खिताब जीत लिया।मैग्नस कार्लसन ने एक दौर पहले ही ब्लिट्ज़ खिताब जीत लिया।कार्लसन ने विदित गुजराती को हराकर टूर्नामेंट का शानदार समापन किया।13 अंक के साथ लगातार तीन जीत के बाद कार्लसन ने ‘ब्लिट्ज़’ का ताज अपने नाम किया।2019 के बाद, कोलकाता में दूसरी बार दो खिताब जीतने में सफल रहे।वेस्ली सो ने शानदार वापसी करते हुए 5 अंक के साथ दूसरा स्थान हासिल किया।भारतीय खिलाड़ी अर्जुन एरिगैसी ने 5 अंक के साथ तीसरा स्थान प्राप्त किया।अन्य भारतीय खिलाड़ी आर प्रज्ञानानंदा (5 अंक) चौथे और विदित गुजराती (9 अंक) पांचवे स्थान पर रहे।महिला वर्ग में कैटरीना लैग्नो ने 5 अंक के साथ जीत दर्ज की।
एलेक्जेंड्रा गोर्याचकिना (रूस) और भारत की वंतिका अग्रवाल 5 अंकों के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहीं।
मैग्नस कार्लसन
- मैग्नस कार्लसन का पूरा नाम स्वेन मैग्नस अर्वेन कार्लसन है। वह नॉर्वे के एक महान शतरंज खिलाड़ी हैं और अपनी रणनीतिक सोच और खेल के प्रति गहरी समझ के लिए जाने जाते हैं।
- जन्म और प्रारंभिक जीवन
- जन्म: 30 नवंबर 1990
- स्थान: टॉन्सबर्ग, वेस्टफोल्ड, नॉर्वे
- कार्लसन ने केवल 10 वर्ष की आयु से शतरंज खेलना शुरू कर दिया था।
- 13 वर्ष की आयु में उन्होंने ग्रैंडमास्टर का खिताब प्राप्त कर दुनिया को अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।
FIDE रेटिंग
- कार्लसन ने 2014 में 2882 FIDE रेटिंग हासिल की, जो अब तक की सबसे ऊंची शतरंज रेटिंग है।
- वह 125 से अधिक क्लासिकल गेम्स में लगातार अजेय रहने का रिकॉर्ड रखते हैं।
टाटा स्टील चेस इंडिया शतरंज टूर्नामेंट: प्रमुख जानकारी
- टाटा स्टील चेस इंडिया शतरंज टूर्नामेंट कोलकाता में आयोजित होने वाला एक प्रतिष्ठित शतरंज टूर्नामेंट है। यह मुख्य रूप से रैपिड और ब्लिट्ज प्रारूपों में खेला जाता है।
- इस टूर्नामेंट का आयोजन कोलकाता के धनधान्य ऑडिटोरियम में किया जाता है।
- 2018 में इस टूर्नामेंट का पहला संस्करण आयोजित किया गया था।
- हिकारू नाकामुरा ने रैपिड सेक्शन में जीत दर्ज की।
- ब्लिट्ज सेक्शन में पूर्व विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने नाकामुरा के खिलाफ प्लेऑफ में जीत हासिल की।
- यह टूर्नामेंट भारत के शतरंज खिलाड़ियों और अंतरराष्ट्रीय सितारों को एक मंच प्रदान करता है।
- यह आयोजन न केवल खेल को बढ़ावा देता है, बल्कि भारत को शतरंज के वैश्विक मानचित्र पर स्थापित करता है।
- भारत में शतरंज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका।
- उभरते खिलाड़ियों को दिग्गज खिलाड़ियों से सीखने का अवसर।