रवि. दिसम्बर 22nd, 2024
  • भारत ने आईएनएस अरिघाट से के-4 पनडुब्बी से प्रक्षेपित परमाणु मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
  • इसकी मारक क्षमता 3,500 किलोमीटर है। यह परीक्षण विशाखापत्तनम के पास बंगाल की खाड़ी में किया गया।
  • के-4 मिसाइल, जो ठोस ईंधन से चलती है, को 6,000 टन की पनडुब्बी से प्रक्षेपित किया गया।
  • मिसाइल का पहला परीक्षण आईएनएस अरिघाट द्वारा किया गया, जिसे 29 अगस्त को सेवा में लगाया गया था।
  • के-4 मिसाइल का परीक्षण पहले केवल जलमग्न पोंटूनों से ही किया गया था।
  • भारत के बेड़े में दूसरी परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी आईएनएस अरिघाट है।
  • यह पनडुब्बी परमाणु-युक्त बैलिस्टिक मिसाइलों या एसएसबीएन को ले जा सकती है, जैसा कि नौसेना में उन्हें जाना जाता है।
  • आईएनएस अरिहंत, भारत की पहली एसएसबीएन, 750 किलोमीटर की रेंज वाली के-15 मिसाइलों से लैस है।
  • अधिक परिष्कृत के-4 मिसाइलों की मारक क्षमता 3,500 किलोमीटर है और इन्हें आईएनएस अरिघाट द्वारा ले जाया जा सकता है।
  • राष्ट्र 2025 की शुरुआत में अपने बेड़े में अपने तीसरे एसएसबीएन आईएनएस अरिधमान का स्वागत करने के लिए तैयार हो रहा है।
  • भारत की समुद्र आधारित परमाणु प्रतिरोधक क्षमता 7,000 टन के आईएनएस अरिधमान से और मजबूत होगी।

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