मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने हिमाचल प्रदेश में अपनी सरकार के दो साल पूरे होने के उपलक्ष्य में लाभार्थियों को वित्तीय सहायता वितरित की।
इन पहलों का उद्देश्य प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना, छोटे किसानों का समर्थन करना, ग्रामीण आय में वृद्धि करना और स्वास्थ्य सेवा तक पहुँच में सुधार करना है।
सरकार ने राजीव गांधी प्राकृतिक खेती स्टार्ट-अप योजना भी शुरू की। यह 680 करोड़ रुपये की पहल के तहत 36,000 नए किसानों को जोड़ेगी।
हिमाचल प्रदेश ने 300 रुपये प्रति क्विंटल की दर से जैविक खाद और वर्मिन खाद खरीदने की योजना शुरू की।
सरकार ने ग्रामीण आय को मजबूत करने के लिए प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से 100 किसानों को 1 लाख रुपये भी वितरित किए।
मुख्यमंत्री ने इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना भी शुरू की।
इस योजना के तहत बच्चों की शिक्षा, विधवाओं, निराश्रित महिलाओं, तलाकशुदा महिलाओं और विकलांग माता-पिता को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
हिमाचल प्रदेश उपोष्णकटिबंधीय बागवानी, सिंचाई और मूल्य संवर्धन परियोजना (एचपी शिवा) भी शुरू की गई है।