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- विशाखापत्तनम के सिंहाचलम मंदिर में संत नरहरि तीर्थ की मूर्ति मिली है।
- संत नरहरि का जन्म श्रीकाकुलम में हुआ था और उनकी मृत्यु हम्पी में हुई थी।
- नरहरि तीर्थ 13वीं शताब्दी के संत थे। संस्कृति और विरासत पर शोध टीम (टीओआरसीएच) के एक सदस्य ने उनकी तीन फुट की मूर्ति खोजी।
- वे चिकाकोलू शहर (वर्तमान श्रीकाकुलम) के रहने वाले थे। उनके पूर्वज गजपति साम्राज्य में कुलीन थे।
- संत ने तीन दशकों तक पूर्वी गंगा राजवंश की सहायता की। वे एक प्रशासक, बुद्धिजीवी और कवि थे।
- श्री नरहरि ने पंद्रह पुस्तकें लिखीं। उनकी दो रचनाएँ आज भी मौजूद हैं।
- वे गीता भाष्य और भावप्रकाशिका हैं। उन्होंने सबसे पहले कन्नड़ में देववर्णमाला की रचना की।
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