- आईआईटी मद्रास ने 21-25 फरवरी तक एशिया की पहली वैश्विक हाइपरलूप प्रतियोगिता की मेजबानी की।
- एशिया की पहली वैश्विक हाइपरलूप प्रतियोगिता (जीएचसी) 2025 का आयोजन आईआईटी मद्रास द्वारा किया गया है।
- इस कार्यक्रम में दुनिया भर से 150 उद्योग प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
- यह प्रतियोगिता थाईयूर स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास के सैटेलाइट कैम्पस “डिस्कवरी” में आयोजित की गई थी।
- प्रतियोगिता का आयोजन रेल मंत्रालय और भारत सरकार के अतिरिक्त सहयोग से आईआईटी मद्रास, आईआईटीएम प्रवर्तक टेक्नोलॉजीज फाउंडेशन और एसएई इंडिया द्वारा किया गया था।
- आयोजन का मुख्य उद्देश्य वैश्विक प्रतिभा, उद्योग के नेताओं और शोधकर्ताओं को एकजुट करना, सहयोग, नवाचार और हाइपरलूप प्रौद्योगिकी के वास्तविक दुनिया कार्यान्वयन को बढ़ावा देना है।
- हाइपरलूप परिवहन का पाँचवाँ साधन है। यह एक ऐसी ट्रेन है जो लगभग-वैक्यूम ट्यूब में यात्रा करती है।
- कम वायु प्रतिरोध ट्यूब के अंदर कैप्सूल को 1000 किमी/घंटा से अधिक की गति तक पहुंचने की अनुमति देता है।
