- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 जनवरी 2025 को आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम के निकट पुदीमदका में राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के अंतर्गत देश की पहली हरित हाइड्रोजन हब परियोजना की आधारशिला रखी।
- विशाखापत्तनम के दौरे पर आए प्रधानमंत्री ने राज्य में 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी।
पुदीमदका में पहला ग्रीन हाइड्रोजन हब
- विशाखापत्तनम के निकट पुदीमदका में पहला ग्रीन हाइड्रोजन हब एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड द्वारा स्थापित किया जा रहा है ।
- यह हब भारत की सबसे बड़ी एकीकृत हरित हाइड्रोजन उत्पादन सुविधा होगी।
- हब प्रतिदिन 1500 टन ग्रीन हाइड्रोजन और 7500 टन ग्रीन हाइड्रोजन व्युत्पन्न जैसे ग्रीन मेथनॉल, ग्रीन यूरिया और टिकाऊ विमानन ईंधन का उत्पादन करेगा।
- कुल निवेश – लगभग 1,85,000 करोड़ रुपये।
- हब में 20 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता की स्थापना भी शामिल होगी ।
- ग्रीन हाइड्रोजन हब, राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के तहत प्रति वर्ष 5 एमएमटी (मिलियन मीट्रिक टन) ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन के लक्ष्य को प्राप्त करने और 2030 तक 125 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता जोड़ने में मदद करेगा।
- ग्रीन हाइड्रोजन का मतलब इलेक्ट्रोलिसिस के ज़रिए पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन अणुओं में विभाजित करना है। इलेक्ट्रोलिसिस के लिए ज़रूरी ऊर्जा पानी, सूरज, हवा आदि जैसे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से बनाई जाती है।