शनि. मार्च 22nd, 2025 6:37:18 AM
  • भारत के पहले समर्पित सौर अंतरिक्ष मिशन, आदित्य-एल 1 पर लगे सोलर अल्ट्रावॉयलेट इमेजिंग टेलीस्कोप (एसयूआईटी) द्वारा एक शक्तिशाली सौर ज्वाला ‘कर्नेल’ का अभूतपूर्व दृश्य कैद किया गया है।
  • यह अवलोकन फोटोस्फीयर और क्रोमोस्फीयर सहित निचले सौर वायुमंडल में किया गया है।
  • 22 फरवरी को, एसयूआईटी द्वारा एक X6.3-क्लास सौर ज्वाला देखी गई, जिसमें निकट-अल्ट्रा वायलेट (एनयूवी) तरंगदैर्ध्य रेंज (200-400 एनएम) में चमक देखी गई।
  • यह पहली बार है जब सूर्य की पूरी डिस्क को इस पूरी तरंगदैर्घ्य सीमा में इतने उल्लेखनीय विस्तार से चित्रित किया गया है।
  • ये अवलोकन विस्फोटक सौर गतिविधि और सूर्य के वायुमंडल की विभिन्न परतों में ऊर्जा हस्तांतरण को नियंत्रित करने वाली जटिल प्रक्रियाओं के बारे में नई जानकारी प्रदान करते हैं।
  • चुंबकीय ऊर्जा के अचानक निकलने से उत्पन्न सौर ज्वालाएँ अंतरिक्ष के मौसम को प्रभावित कर सकती हैं, उपग्रह संचालन, रेडियो संचार और विद्युत ग्रिड को बाधित कर सकती हैं, साथ ही अंतरिक्ष यात्रियों और एयरलाइन यात्रियों के लिए ख़तरा पैदा कर सकती हैं।
  • 2 सितंबर, 2023 को आदित्य-एल1 मिशन लॉन्च किया गया।
  • 6 जनवरी, 2024 को अंतरिक्ष यान को पहले पृथ्वी-सूर्य लैग्रेंज बिंदु के चारों ओर एक बड़ी हेलो कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया गया, जिसे लैग्रेंज बिंदु एल1 के रूप में जाना जाता है।

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