- बिहार की अर्थव्यवस्था 2011-12 में 2.47 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2023-24 में 8.54 लाख करोड़ रुपये हो गयी।
- बिहार के आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 के अनुसार, 2011-12 से 2023-24 के बीच बिहार की अर्थव्यवस्था तीन गुना बढ़ गई है।
- 2023-24 के लिए बिहार का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) मौजूदा कीमतों पर 8,54,429 करोड़ रुपये और स्थिर (2011-12) कीमतों पर 4,64,540 करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया गया।
- राज्य निवेश संवर्धन बोर्ड (एसआईपीबी) को 75,293 करोड़ रुपये की राशि के 3,752 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
- 2023-24 के दौरान सहायता अनुदान के रूप में कुल प्राप्तियों में कर राजस्व का हिस्सा 2019-20 में 75.3% से बढ़कर 2023-24 में 83.8% हो गया।
- राज्य सरकार ने 40,099 उद्यमियों को समर्थन देने के लिए 200.47 करोड़ रुपये खर्च किए। सरकार ने 1,706 स्टार्टअप्स को 15 करोड़ रुपये की प्रारंभिक धनराशि प्रदान की।
- जीवन प्रत्याशा 2006-10 में 65.8 वर्ष से बढ़कर 2016-20 में 69.5 वर्ष हो गई है।
- 2018-19 और 2022-23 के बीच दूध उत्पादन में 27.3 प्रतिशत और अंडे के उत्पादन में 85 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
- 2011-24 के दौरान प्रमुख राज्यों में यूपी (10.1%) और कर्नाटक (7.7%) के बाद बिहार के परिवहन और संचार क्षेत्र ने तीसरी सबसे अधिक वृद्धि (7.6%) दर्ज की।
- कुल प्राप्तियों में कर राजस्व का हिस्सा 2019-20 में 75.3 प्रतिशत से बढ़कर 2023-24 में 83.8 प्रतिशत हो गया।
