मंगल. मार्च 25th, 2025 12:10:16 AM
  • भारत जून 2025 तक तमाल को अपनी नौसेना में शामिल कर सकता है।
  • तमाल एक बहु-भूमिका वाला स्टील्थ गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट है। इसे रूस के यंतर शिपयार्ड में बनाया गया है।
  • यह ब्रह्मोस एंटी-शिप मिसाइल लॉन्च करने में सक्षम है।
  • यह 2016 के भारत-रूस सौदे का हिस्सा है। इस सौदे में तलवार श्रेणी के चार स्टील्थ फ्रिगेट का निर्माण शामिल था।
  • सौदे के अनुसार दो का निर्माण रूस में और दो का निर्माण भारत में किया जाना था।
  • आईएनएस तुशील पहला रूसी निर्मित फ्रिगेट था।
  • इसे 9 दिसंबर, 2024 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की रूस यात्रा के दौरान नौसेना में शामिल किया गया था।
  • तमाल का अभी रूस में परीक्षण चल रहा है।
  • तमाल 30 नॉट (55 किमी/घंटा) तक की गति तक पहुँच सकता है। इसका वजन 3,900 टन है।
  • एक मिशन पर इसकी रेंज 3,000 किलोमीटर है।
  • इसकी प्रमुख विशेषताएँ ब्रह्मोस मिसाइल क्षमता, उन्नत पनडुब्बी रोधी रॉकेट और पानी के नीचे के खतरों के लिए टॉरपीडो हैं।
  • तमाल एक बहु-भूमिका हेलीकॉप्टर ले जा सकता है और तैनात कर सकता है तथा दुश्मन के रडार से बच सकता है।
  • आईएनएस तुशील और तमाल तलवार श्रेणी के फ्रिगेट के तीसरे बैच का हिस्सा हैं।
  • तमाल नौसेना के लिए आयातित अंतिम युद्धपोत होगा।

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