स्वावलंबिनी महिला उद्यमिता कार्यक्रम 2025 में कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) और नीति आयोग के सहयोग से शुरू किया गया। यह पहल उच्च शिक्षा संस्थानों (HEIs) में छात्राओं को उद्यमिता कौशल, संसाधन और मार्गदर्शन प्रदान करके सश क्त बनाने का लक्ष्य रखती है।
स्वावलंबिनी कार्यक्रम: महिला उद्यमिता को बढ़ावा
- स्वावलंबिनी का उद्देश्य युवा महिलाओं के लिए एक संरचित और चरणबद्ध उद्यमिता यात्रा स्थापित करना है। यह कार्यक्रम उच्च शिक्षण संस्थानों (HEIs) की छात्राओं में उद्यमशीलता की भावना को विकसित करने के लिए आवश्यक संसाधन, मार्गदर्शन और मानसिकता प्रदान करता है।
स्वावलंबिनी कार्यक्रम की प्रमुख विशेषताएँ
संकाय विकास कार्यक्रम (FDP):
- HEIs के शिक्षकों को पाँच दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाता है।
- यह प्रशिक्षण उद्यमिता शिक्षा को बढ़ावा देने में मदद करता है।
परामर्श (Mentorship):
- प्रतिभागियों को व्यवसाय योजना बनाने के बाद उद्योग विशेषज्ञों और सफल उद्यमियों से मार्गदर्शन मिलता है।
इसमें निम्नलिखित सहायता शामिल है:
- सरकारी योजनाओं और निजी निवेशकों के माध्यम से वित्तीय सहायता।
- व्यवसाय जगत के अनुभवी पेशेवरों के साथ नेटवर्किंग अवसर।
महिला उद्यमिता विकास कार्यक्रम (EDP):
- व्यवसाय योजना, नेतृत्व कौशल और निर्णय लेने की क्षमता का विकास।
- वित्तीय साक्षरता और निवेश रणनीतियों की समझ।
- बाजार अनुसंधान और प्रतिस्पर्धात्मक विश्लेषण पर विशेष ध्यान।
- स्वावलंबिनी कार्यक्रम युवा महिलाओं को आत्मनिर्भर (Self-Reliant) उद्यमी बनने के लिए आवश्यक संसाधन और समर्थन प्रदान करता है।