खगोलविदों की एक अंतर्राष्ट्रीय टीम ने अमेरिका में ग्रीन बैंक टेलीस्कोप और ऑस्ट्रेलिया में पार्क्स वेधशाला का उपयोग करके दोहराए जाने वाले तीव्र रेडियो विस्फोट (Fast Radio Bursts- FRB), FRB 20190520B का अध्ययन किया है। यह रिपोर्ट साइंस जर्नल में प्रकाशित हुई थी।
फास्ट रेडियो बर्स्ट
- मिल्की वे गैलेक्सी में सबसे पहली बार फास्ट रेडियो बर्स्ट (FRB) की घटना का पता 2007 में लगा था।
- फास्ट रेडियो बर्स्ट (FRB) की घटना में एक्स-रे(X-ray) का विस्फोट काफी कम समय के लिए होता है और बहुत तेजी से होता है। यह विस्फोट बहुत ही चमकीला होता है।
- फास्ट रेडियो बर्स्ट (FRB) की घटना की अवधि बहुत कम (मिलीसेकंड-स्केल) में होती है, जिसके कारण इसका पता लगाना और अन्तरिक्ष में इसकी स्थिति निर्धारित करना मुश्किल है।
- वर्ष 2007 में जब से वैज्ञानिकों को फास्ट रेडियो बर्स्ट की घटना के बारे में पता चला है, तब से वे इसके मूल स्रोत को खोजने की दिशा में काम कर रहे हैं।
- अन्तरिक्ष में एक्स-रे (X-ray) खगोलीय पिंडों द्वारा उत्पन्न की जाती हैं। जब खगोलीय पिंड के चुंबकीय क्षेत्र (magnetic field) में परिवर्तन होता है, तो एक्स-रे उत्पन्न होती हैं।
अध्ययन की मुख्य विशेषताएँ
अत्यधिक परिवर्तनशील फैराडे घूर्णन माप
- खगोलविदों ने पाया कि दोहराए जाने वाले FRB 20190520B का फैराडे घूर्णन माप अत्यधिक परिवर्तनशील था, साथ ही यह दो बार उलटी दिशा में था।
- यह माप FRB की चुंबकीय क्षेत्र शक्ति का सूचक है।
बाइनरी स्टार सिस्टम
- FRB के चुंबकीय क्षेत्र की शक्ति और उलटने की दिशा में भिन्नता ने शोधकर्ताओं को इस निष्कर्ष पर पहुँचाया कि FRB स्रोत संभवतः एक बाइनरी स्टार सिस्टम की परिक्रमा कर रहा है, जहाँ साथी तारा संभवतः एक विशाल तारा या ब्लैक होल है।
- इससे यह संभावना बढ़ गई कि “सभी दोहराए जाने वाले FRB बाइनरी में हो सकते हैं।” हालाँकि इस परिकल्पना की पुष्टि के लिये आगे की निगरानी तथा अनुसंधान की आवश्यकता है।
अशांत चुंबकीय प्लाज़्मा वातावरण
- FRB स्रोत के आसपास के चुंबकीय क्षेत्र एवं इलेक्ट्रॉन घनत्व में देखे गए परिवर्तन एक अशांत चुंबकीय प्लाज़्मा वातावरण की उपस्थिति का सुझाव देते हैं।
- यह वातावरण संभवतः FRB संकेतों के व्यवहार को प्रभावित करता है।
रेडियो टेलीस्कोप का महत्त्व
- अध्ययन FRB और अन्य अंतरिक्षीय घटनाओं के अध्ययन में उन्नत रेडियो टेलीस्कोप के महत्त्व को रेखांकित करता है।
- ये टेलीस्कोप, जैसे- वेरी लार्ज एरे (Very Large Array) तथा डीप सिनोप्टिक एरे-110 (Deep Synoptic Array-110), FRB के सटीक स्थानीयकरण को सक्षम बनाते हैं और उनके स्रोतों एवं विशेषताओं को समझने के लिये मूल्यवान डेटा प्रदान करते हैं।
ब्रह्मांडीय रहस्यों को उजागर करना
- अध्ययन ब्रह्मांडीय रहस्यों को उजागर करने तथा ब्रह्मांड के बारे में हमारी समझ को सुदृढ़ करने में रेडियो खगोल विज्ञान की भूमिका पर ज़ोर देता है।