प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाइजीरिया यात्रा के दौरान भारत और नाइजीरिया ने समुद्री सुरक्षा में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई। यह 17 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली नाइजीरिया यात्रा थी। राष्ट्रपति बोला टिनुबू ने मोदी को इस सहयोग पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया।
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति टिनुबू ने अबुजा स्थित राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की। इस दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई, जैसे:
- आर्थिक विकास: दोनों देशों ने आर्थिक संबंध मजबूत करने पर जोर दिया।
- रक्षा और सुरक्षा: सुरक्षा में सहयोग बढ़ाने के उपायों पर चर्चा।
- स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा: हेल्थकेयर और खाद्य आपूर्ति को बेहतर बनाने के लिए सहयोग पर सहमति।
समुद्री सुरक्षा में सहयोग
- खतरे बढ़ रहे हैं: गिनी की खाड़ी और हिंद महासागर में समुद्री लुटेरों और अन्य खतरों का सामना करना पड़ रहा है।
- समाधान: भारत और नाइजीरिया ने समुद्री व्यापार मार्गों की सुरक्षा के लिए संयुक्त कदम उठाने का फैसला किया।
- आर्थिक हित: यह सहयोग दोनों देशों के लिए आर्थिक रूप से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि सुरक्षित समुद्री मार्ग व्यापार के लिए जरूरी हैं।
नाइजीरिया में भारतीय निवेश
- भारतीय निवेश बढ़ाने की कोशिश: नाइजीरिया भारत से और अधिक निवेश आकर्षित करना चाहता है और सस्ते कर्ज की उम्मीद कर रहा है।
- $14 बिलियन का वादा: पिछले G20 शिखर सम्मेलन में भारतीय निवेशकों ने नाइजीरिया में लगभग $14 बिलियन निवेश करने का वादा किया था।
- जिंदल स्टील का बड़ा कदम: जिंदल स्टील एंड पावर ने नाइजीरिया के स्टील सेक्टर में $3 बिलियन निवेश करने का निर्णय लिया।
नाइजीरिया में भारतीय कंपनियां
- 200 से ज्यादा कंपनियां: नाइजीरिया में 200 से अधिक भारतीय कंपनियां पहले से काम कर रही हैं।
- मुख्य क्षेत्र: ये कंपनियां निर्माण (मैन्युफैक्चरिंग) और सेवा क्षेत्रों में सक्रिय हैं।
- रोजगार और विकास: भारतीय कंपनियां नाइजीरिया की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और रोजगार बढ़ाने में मदद कर रही हैं।
भविष्य की संभावनाएं
- भारत और नाइजीरिया के बीच यह सहयोग दोनों देशों के लिए फायदेमंद साबित होगा।
- चुनौतियों का समाधान: समुद्री सुरक्षा और आर्थिक विकास जैसी साझा चुनौतियों से निपटने में यह साझेदारी अहम होगी।
- नई पहल: आने वाले समय में और भी क्षेत्रों में सहयोग के लिए समझौते हो सकते हैं।
- यह यात्रा भारत और नाइजीरिया के संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है