केंद्रीय मंत्री अमित शाह द्वारा CRCS-सहारा रिफंड पोर्टल का शुभारंभ सहारा समूह से जुड़े जमाकर्ताओं के लिए आशा लेकर आया है। इस पोर्टल का उद्देश्य अपने पैसे वापस पाने का दावा करने की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाना है। शुरुआती चरण में 5000 करोड़ रुपये तक के आवंटन के साथ, यह पहल जमाकर्ताओं को बहुत जरूरी राहत प्रदान करेगी।
CRCS-सहारा रिफंड पोर्टल का प्राथमिक उद्देश्य उन जमाकर्ताओं की सहायता करना है जिन्होंने सहारा समूह की सहकारी समितियों में अपना पैसा निवेश किया है। इन सोसायटियों में सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड, हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड और स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड शामिल हैं। इन जमाकर्ताओं के वास्तविक दावों को संबोधित करके, पोर्टल का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि वे अपने वैध बकाया पुनः प्राप्त कर सकें।
रिफंड राशि और दावा प्रक्रिया
- शुरुआती चरण में रिफंड पोर्टल के जरिए कुल 5000 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाएगा। प्रत्येक जमाकर्ता इस चरण के दौरान अधिकतम 10,000 रुपये का दावा करने के लिए पात्र है। एक सफल दावा करने के लिए, जमाकर्ताओं को दो शर्तें पूरी करनी होंगी।
- सबसे पहले उनका आधार उनके मोबाइल नंबर और बैंक अकाउंट से लिंक होना चाहिए। दूसरा, उन्हें अपनी जमा रसीदें प्रदान करनी होंगी और एक निर्दिष्ट फॉर्म भरना होगा। एक बार फॉर्म भरने और पोर्टल पर अपलोड होने के बाद रिफंड की आगे की प्रक्रिया होगी।
समयसीमा और आश्वासन
- जमाकर्ता उम्मीद कर सकते हैं कि पोर्टल पर दावा दायर करने की तारीख से 45 दिनों के भीतर उनका रिफंड उनके बैंक खातों में जमा हो जाएगा। अमित शाह ने धन का समय पर वितरण सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
भविष्य की संभावना
- प्रारंभिक चरण के सफल समापन के बाद, सहारा समूह की सहकारी समितियों में बड़ी मात्रा में धन रखने वाले जमाकर्ताओं के मुद्दों को हल करने के लिए आगामी कार्रवाई की जाएगी।