प्रसिद्ध हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायिका मालिनी राजुरकर का 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया है।
मालिनी राजुरकर संगीत में अपनी सादगी और गहरी कलात्मकता के लिए जानी जाती थीं।
गुनीदास सम्मेलन (मुंबई), तानसेन समारोह (ग्वालियर), सवाई गंधर्व महोत्सव (पुणे) और शंकर लाल महोत्सव (दिल्ली) सहित भारत के प्रमुख संगीत समारोहों में उनकी उल्लेखनीय उपस्थिति थी।
मालिनी राजुरकर को संगीत की टप्पा और तराना शैलियों में उनकी विशेषज्ञता के लिए बहुत माना जाता था।
उन्होंने हल्के संगीत में भी कदम रखा और मराठी नाट्यगीत और अन्य रचनाओं की प्रस्तुति के लिए लोकप्रियता हासिल की।