पीएम मोदी ने चित्रकूट के तुलसी पीठ में तीन पुस्तकों का विमोचन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चित्रकूट में तुलसी पीठ का दौरा किया था।
एक समारोह के दौरान पीएम ने तीन पुस्तकों- ‘अष्टाध्यायी भाष्य’, ‘रामानंदाचार्य चरितम’ और ‘भगवान श्री कृष्ण की राष्ट्रलीला’ का विमोचन किया।
पीएम ने कहा कि इससे भारत की ज्ञान परंपरा और मजबूत होगी।
अष्टाध्यायी भारत की भाषाविज्ञान, भारत की बौद्धिकता और हमारी शोध संस्कृति का हजारों वर्ष पुराना ग्रंथ है क्योंकि इस ग्रंथ में भाषा के व्याकरण और विज्ञान को संक्षिप्त सूत्रों में समाहित किया गया है।
मात्र 14 महेश्वर सूत्रों पर आधारित यह भाषा शास्त्र और सहस्त्र (उपकरण और विद्वत्ता) की जननी रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने जगद्गुरु रामानंदाचार्य का अभिवादन किया और उनके विशाल ज्ञान और योगदान का उल्लेख किया।
2015 में स्वामी जी को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
तुलसी पीठ, मध्य प्रदेश के चित्रकूट में एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सामाजिक सेवा संस्थान है।
जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने 1987 में इसकी स्थापना की थी।
तुलसी पीठ हिंदू धार्मिक साहित्य के अग्रणी प्रकाशकों में से एक है।