2 UPSC HINDI QUIZ 27.04.2024 Daily Quiz 1 / 5 Q1. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः 1. हाल ही में हुए एक अध्ययन के अनुसार एमपॉक्स वायरस के एक नए अनुकूलन तंत्र (Adaptation Mechanism) की खोज हुई है । 2. बंदरों के स्टिग्मा से बचने और वायरस की प्रत्यक्ष मानव संक्रामकता को प्रतिबिंबित करने के लिये "मंकीपॉक्स" का नाम बदलकर "एमपॉक्स" कर दिया गया। उपर्युक्त में से कौन सा कथन सत्य है? केवल 1 केवल 2 1 व 2, दोनों दोनों कथन असत्य है। Explanation: हाल ही में हुए एक अध्ययन के अनुसार एमपॉक्स वायरस के एक नए अनुकूलन तंत्र (Adaptation Mechanism) की खोज हुई है, जो हालिया प्रकोपों के बीच मनुष्यों को संक्रमित करने की क्षमता को बढ़ाता है। बंदरों के स्टिग्मा से बचने और वायरस की प्रत्यक्ष मानव संक्रामकता को प्रतिबिंबित करने के लिये "मंकीपॉक्स" का नाम बदलकर "एमपॉक्स" कर दिया गया। जीनोमिक अकॉर्डियन वायरस के जीनोम के आकार में क्रमबद्ध (Rhythmic) विस्तार और संकुचन को संदर्भित करता है, जो विशेष रूप से मंकीपॉक्स जैसे पॉक्सवायरस में देखा जाता है। यह घटना वायरस के जीनोम के भीतर जीन दोहराव या विलोपन से प्रेरित होती है जिससे इसके आकार में परिवर्तन होता है। एमपॉक्स एमपॉक्स, जिसे मंकीपॉक्स भी कहा जाता है, एक डी.एन.ए. वायरस है। यह पॉक्सविरिडे फैमिली (family Pox।viridae) से संबंधित है, जो लार्ज, डबल-स्ट्रैंडेड डी.एन.ए. वायरस होते हैं। वायरस की पहचान पहली बार 1958 में बंदरों में की गई थी, लेकिन तब से यह पाया गया है कि यह मनुष्यों को भी संक्रमित करता है। 2 / 5 Q2. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः 1. वैज्ञानिकों द्वारा मरीन क्लाउड ब्राइटनिंग नामक जियोइंजीनियरिंग तकनीक का परीक्षण किया गया। 2. इस विधि में समुद्री स्ट्रैटोक्यूम्यलस बादलों में सूक्ष्म लवणीय जल के कणों को डालने के लिये मशीनों का उपयोग करना शामिल है। 3. जिसका उद्देश्य उनकी परावर्तनशीलता को बढ़ाना और पृथ्वी को ठंडा करना है। उपर्युक्त दिया गया कौन सा कथन सही हैं ? 1 और 2 सही हैं 1 और 3 सही हैं 2 और 3 सही हैं उपर्युक्त सभी सही हैं Explanation: वैज्ञानिकों द्वारा मरीन क्लाउड ब्राइटनिंग नामक जियोइंजीनियरिंग तकनीक का परीक्षण किया गया।इस विधि में समुद्री स्ट्रैटोक्यूम्यलस बादलों में सूक्ष्म लवणीय जल के कणों को डालने के लिये मशीनों का उपयोग करना शामिल है, जिसका उद्देश्य उनकी परावर्तनशीलता को बढ़ाना और पृथ्वी को ठंडा करना है। मरीन क्लाउड ब्राइटनिंग मरीन क्लाउड ब्राइटनिंग एक वैज्ञानिक पहल है जिससे यह पता चलता है कि बदलते वायुमंडलीय कण (एरोसोल) बादल की परावर्तनशीलता को कैसे प्रभावित कर सकते हैं। वायुमंडल में छोटे एयरोसोल कणों को उत्पन्न करके शोधकर्त्ताओं का लक्ष्य बादलों की चमक को बढ़ाना है, जिससे सूर्य के प्रकाश का प्रतिबिंब बढ़ सके। उचित आकार और सघनता वाले एरोसोल विशिष्ट प्रकार के बादलों की परावर्तन क्षमता को उल्लेखनीय रूप से बढ़ा सकते हैं। यह घटना जहाज़ से उत्सर्जन या शिप एमिसन (जिसे "जहाज ट्रैक" के रूप में जाना जाता है) के चलते चमकते बादलों की उपग्रह छवियों में दिखाई देती है। 3 / 5 Q3. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः 1. भूटान सरकार ने संपूर्ण एशिया में बाघों और उनके आवासों के संरक्षण के लिये आगामी दशक में 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाने के लिये पृथ्वी दिवस, 2024 पर सस्टेनेबल फाइनेंस फॉर टाइगर लैंडस्केप कॉन्फ्रेंस की मेज़बानी की। 2. इसका उद्देश्य बाघ परिदृश्यों के संरक्षण के लिये 10 वर्षों में 4 बिलियन अमेरिकी डॉलर की राशि एकत्रित करना है। उपर्युक्त में से कौन सा कथन सत्य है? केवल 1 केवल 2 1 व 2, दोनों दोनों कथन असत्य है। Explanation: भूटान सरकार ने संपूर्ण एशिया में बाघों और उनके आवासों के संरक्षण के लिये आगामी दशक में 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाने के लिये पृथ्वी दिवस, 2024 पर सस्टेनेबल फाइनेंस फॉर टाइगर लैंडस्केप कॉन्फ्रेंस की मेज़बानी की। सस्टेनेबल फाइनेंस फॉर टाइगर लैंडस्केप सम्मेलन दो दिवसीय सम्मेलन की मेज़बानी भूटान की रानी जेत्सुन पेमा वांगचुक के संरक्षण में की गयी । इसका उद्देश्य बाघ परिदृश्यों के संरक्षण के लिये 10 वर्षों में 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर की राशि एकत्रित करना है। बाघ परिदृश्य का संरक्षण जैवविविधता को बनाए रखने, कार्बन को पृथक करने, 100 मिलियन से अधिक लोगों को संसाधनों की आपूर्ति करने और ग्रह के समग्र स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिये महत्त्वपूर्ण है। इस सम्मेलन में टाइगर रेंज देश, अग्रगामी सोच रखने वाले सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के निवेशक, अंतर्राष्ट्रीय विकास संगठन, बाघ संरक्षण संघ और अन्य संरक्षण समूह भी उपस्थित थे। 4 / 5 Q4. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः 1. ट्राई की रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर तिमाही में इंटरनेट सब्सक्राइबर्स में 1.96 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। 2. 23 अप्रैल को, भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) द्वारा 31 दिसंबर, 2023 को समाप्त तिमाही के लिए "भारतीय दूरसंचार सेवा प्रदर्शन संकेतक रिपोर्ट" जारी की गई। 3. इंटरनेट सब्सक्राइबर्स की कुल संख्या में, रिपोर्ट सितंबर 2023 में 918.19 मिलियन से बढ़कर दिसंबर 2023 में 936.16 मिलियन हो गई है, जो 2.96% की तिमाही वृद्धि दर्शाता है। उपर्युक्त दिया गया कौन सा कथन सही हैं ? 1 और 2 सही हैं 1 और 3 सही हैं 2 और 3 सही हैं उपर्युक्त सभी सही हैं Explanation: ट्राई की रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर तिमाही में इंटरनेट सब्सक्राइबर्स में 1.96 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। 23 अप्रैल को, भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) द्वारा 31 दिसंबर, 2023 को समाप्त तिमाही के लिए "भारतीय दूरसंचार सेवा प्रदर्शन संकेतक रिपोर्ट" जारी की गई। इंटरनेट सब्सक्राइबर्स की कुल संख्या में, रिपोर्ट सितंबर 2023 में 918.19 मिलियन से बढ़कर दिसंबर 2023 में 936.16 मिलियन हो गई है, जो 1.96% की तिमाही वृद्धि दर्शाता है। इन सब्सक्राइबर्स में से, वायर्ड इंटरनेट ग्राहकों की संख्या 38.57 मिलियन है, जबकि 897.59 मिलियन वायरलेस तरीके से इंटरनेट का उपयोग करते हैं। दिसंबर के अंत तक ब्रॉडबैंड इंटरनेट सब्सक्राइबर्स की संख्या 904.54 मिलियन तक पहुंच गई, जो सितंबर में 885 मिलियन थी, जो 2.21% की वृद्धि दर्शाती है। इस अवधि के दौरान, वायरलाइन टेली-घनत्व 2.22% से बढ़कर 2.28% हो गया, जो 2.56% की तिमाही वृद्धि दर दर्शाता है। इसके अतिरिक्त, वायरलेस सेवाओं के लिए प्रति उपयोगकर्ता मासिक औसत राजस्व (एआरपीयू) सितंबर तिमाही में 149.66 रुपये से बढ़कर दिसंबर तिमाही में 152.55 रुपये हो गया, जो 1.93% की वृद्धि दर्शाता है। साल-दर-साल आधार पर, तिमाही के दौरान वायरलेस सेवाओं के लिए मासिक एआरपीयू में 8.09% की वृद्धि हुई। 5 / 5 Q5. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएः 1. भारत में सबसे हल्का बुलेट प्रूफ जैकेट रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित किया गया है। 2. यह जैकेट बीआईएस गोला-बारूद के उच्चतम खतरे के स्तर 6 के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है। उपर्युक्त में से कौन सा कथन सत्य है? केवल 1 केवल 2 1 व 2, दोनों दोनों कथन असत्य है। Explanation: भारत में सबसे हल्का बुलेट प्रूफ जैकेट रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित किया गया है। यह जैकेट बीआईएस गोला-बारूद के उच्चतम खतरे के स्तर 6 के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है। हाल ही में इस बुलेट प्रूफ जैकेट का सफल परीक्षण चंडीगढ़ के टर्मिनल बैलिस्टिक रिसर्च लेबोरेटरी (टीबीआरएल) में किया गया। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, यह जैकेट नए डिजाइन दृष्टिकोण पर आधारित है। इस दृष्टिकोण में नवीन सामग्री के साथ-साथ नई प्रक्रियाओं का उपयोग किया गया है। इस जैकेट का फ्रंट हार्ड आर्मर पैनल (एचएपी) कई हिट्स को मात देता है। यह पॉलिमर बैकिंग के साथ मोनोलिथिक सिरेमिक प्लेट से बना है। इससे ऑपरेशन के दौरान पहनने की क्षमता और आराम में सुधार होता है। Your score is LinkedIn Facebook Twitter VKontakte पोस्ट नेविगेशन ALL EXAM QUIZ 27.04.2024 ALL EXAM QUIZ 29.04.2024