शुक्र. मार्च 21st, 2025 2:09:47 AM
  • भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था 2030 तक कुल सकल घरेलू उत्पाद का लगभग पांचवां हिस्सा होगी: आईसीआरआईईआर।
  • भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था 2024-25 के अंत तक राष्ट्रीय आय में 13.42% का योगदान देगी। 2022-23 में इसका योगदान 11.74% रहा।
  • भारतीय अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संबंध अनुसंधान परिषद (ICRIER) द्वारा डिजिटल अर्थव्यवस्था के आकार के संबंध में एक रिपोर्ट तैयार की गई थी।
  • आईसीआरआईईआर ने अपनी रिपोर्ट में डिजिटल अर्थव्यवस्था में व्यापार, बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा (बीएफएसआई) और शिक्षा जैसे पारंपरिक उद्योगों की डिजिटल हिस्सेदारी को शामिल किया है।
  • इस ढांचे के तहत, 2022-23 में डिजिटल अर्थव्यवस्था सकल मूल्य वर्धित (जीवीए) में ₹28.94 लाख करोड़ और सकल घरेलू उत्पाद में ₹31.64 लाख करोड़ (~$402 बिलियन) थी।
  • रिपोर्ट के अनुसार, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी फर्मों, दूरसंचार गतिविधियों और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण ने राष्ट्रीय जीवीए में 7.83% का योगदान दिया।
  • रिपोर्ट के अनुसार, ई-कॉमर्स और डिजिटल-केवल सेवाओं जैसे क्षेत्रों का योगदान वर्तमान में सीमित है।

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