रवि. मई 19th, 2024
  • बिहार सरकार ने 02 अक्टूबर 2023 को अपने जाति-आधारित सर्वेक्षण के निष्कर्षों को सार्वजनिक किया है।
  • सर्वेक्षण इस वर्ष दो चरणों में किया गया।
  • बिहार के कार्यवाहक मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने पटना में सर्वे के आंकड़े जारी किये।
  • 101 पन्नों की सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक राज्य की आबादी 13 करोड़ से ज्यादा है।
  • रिपोर्ट के अनुसार, सबसे बड़ा जाति समूह अत्यंत पिछड़ी जाति (ईबीसी) है। यह राज्य की जनसांख्यिकी का 36.01% हिस्सा है। इस समूह की जनसंख्या 4.70 करोड़ है।
  • सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य में पिछड़ी जाति (बीसी) की आबादी 27.12% है। इसकी संख्या करीब 3.54 करोड़ है।
  • हेडकाउंट में 209 प्रकार के उपसमूहों को एन्कोड कियागया। इसमें कहा गया है कि यादव राज्य में सबसे बड़ा समूह है। वे राज्य की जनसंख्या का 14.26% हैं।
  • राज्य की जनसंख्या में अनुसूचित जाति (एससी) की हिस्सेदारी 19.65% है। इस समूह की संख्या करीब 2.56 करोड़ है।
  • सामान्य वर्ग के लोग जनसंख्या का 15.52% हैं। इनकी आबादी 2.02 करोड़ है।
  • जनजातीय आबादी राज्य की आबादी का 1.68% है।
  • बिहार सरकार ने जाति विवरण के साथ-साथ धर्म आधारित जनसंख्या पर भी डेटा जारी किया है।
  • बिहार की बड़ी आबादी (82%) हिंदू धर्म का पालन करती है। हिंदू धर्म की जनसंख्या लगभग 10.72 करोड़ है।
  • मुस्लिम आबादी 17.7% है और यह 2.31 करोड़ है।
  • तीसरा सबसे बड़ा धर्म ईसाई धर्म है। इसके बाद राज्य में सिखों का स्थान है।

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