शुक्र. मई 17th, 2024

राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) ने पांच साल के सोशल बांड के माध्यम से सफलतापूर्वक 1,040.50 करोड़ रुपये जुटाए हैं।नाबार्ड द्वारा जारी सोशल बांड को क्रिसिल (CRISIL) और आईसीआरए (ICRA) ने ‘एएए’ (‘AAA)’  रेटिंग प्रदान किया है।यह देश में पहला बाह्य रूप से प्रमाणित एएए-रेटेड भारतीय रुपया सोशल बांड है।नाबार्ड ने हाल ही में एक सस्टेनेबिलिटी बॉन्ड फ्रेमवर्क पेश किया, जिसका उद्देश्य हरित और सामाजिक परियोजनाओं का वित्तपोषण और पुनर्वित्त करना है।सोशल बांड एक प्रकार का वित्तीय साधन या निवेश माध्यम है, जो सरकारों, कंपनियों एवं संगठनों द्वारा किसी विशिष्ट सामाजिक और पर्यावरणीय उद्देश्य वाली परियोजनाओं या पहलों के लिए पूंजी जुटाने के लिए जारी किया जाता है।ये बांड आम तौर पर उन परियोजनाओं को वित्त पोषित करने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं जिनका समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है या सामाजिक और पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान होता है।

राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD)

  • नाबार्ड की स्थापना वर्ष 1982 में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक अधिनियम, 1981 के तहत की गई थी।
  • नाबार्ड भारत में कृषि एवं ग्रामीण विकास के लिए वित्त  मुहैया कराने  वाला एक शीर्ष बैकिंग संस्थान है।
  • नाबार्ड का मुख्यालय मुंबई में स्थित है।

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