रवि. मई 19th, 2024

कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय (बर्कले, यूएसए) में गणित के सहायक प्रोफेसर रुईसियांग झांग (Ruixiang Zhang) को गणित में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए 2023 का सस्त्र रामानुजन पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।डॉ. झांग एक युवा गणितज्ञ हैं जिनका मौलिक कार्य विश्लेषणात्मक संख्या सिद्धांत, कॉम्बिनेटरिक्स, यूक्लिडियन हार्मोनिक विश्लेषण से लेकर ज्यामिति तक फैला हुआ है।10,000 अमेरिकी डॉलर का वार्षिक नकद पुरस्कार 20 दिसंबर और 22 दिसंबर के दौरान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के गृहनगर कुंभकोणम में SASTRA विश्वविद्यालय में नंबर थ्योरी पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में दिया जाएगा।

सास्त्र रामानुजन पुरस्कार

  • सास्त्र रामानुजन पुरस्कार (SASTRA Ramanujan Prize) पुरस्कार 2005 से शनमुघ कला, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अनुसंधान अकादमी (SASTRA) कुंभकोणम द्वारा प्रदान किया जाता है।
  • रामानुजन के 32 वर्ष के संक्षिप्त जीवन में उनकी उपलब्धियों से प्रभावित होकर पुरस्कार के लिए आयु सीमा 32 वर्ष निर्धारित की गई है।

श्रीनिवास रामानुजन

  • रामानुजन का जन्म 22 दिसंबर, 1887 को इरोड गाँव (चेन्नई से 400 किमी. दूर, जो तब मद्रास के नाम से जाना जाता था) में हुआ था।
  • वर्ष 1913 में उन्होंने ब्रिटिश गणितज्ञ गॉडफ्रे एच. हार्डी के साथ पत्र-व्यवहार शुरू किया, जिसके बाद वे ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज़ चले गए।
  • रामानुजन ने संख्याओं के विश्लेषणात्मक सिद्धांत में पर्याप्त योगदान दिया और
  • दीर्घवृत्तीय कार्यों (Elliptic Functions) पर भी ध्यान केंद्रित किया।
  • उन्होंने पूर्ण संख्या, हाइपरज्यामितीय श्रेणी (Hypergeometric Series) और यूलर स्थिरांक (Euler’s Constant) के विभाजन पर भी काम किया।
  • उनके पत्र अंग्रेज़ी और यूरोपीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए थे तथा वर्ष 1918 में लंदन की रॉयल सोसाइटी के लिये उनका चयन हुआ।
  • भारत लौटने के बाद लंबी बीमारी के कारण 26 अप्रैल, 1920 को मात्र 32 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।
  • भारत में प्रतिवर्ष महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती (22 दिसंबर) को राष्ट्रीय गणित दिवस (National Mathematics Day) के रूप में मनाया जाता है।

योगदान

सूत्र और समीकरण

  • रामानुजन ने अपने 32 वर्ष के अल्प जीवनकाल में लगभग 3,900 परिणामों (समीकरणों और सर्वसमिकाओं) का संकलन किया है। उनके सबसे महत्त्वपूर्ण कार्यों में पाई (Pi) की अनंत श्रेणी शामिल थी।
  • उन्होंने पाई के अंकों की गणना करने के लिये कई सूत्र प्रदान किये जो परंपरागत तरीकों से अलग थे।

खेल सिद्धांत

  • उन्होंने कई चुनौतीपूर्ण गणितीय समस्याओं को हल करने के लिये नवीन विचार प्रस्तुत किये, जिन्होंने खेल सिद्धांत के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • खेल सिद्धांत में उनका योगदान विशुद्ध रूप से अंतर्ज्ञान पर आधारित है और इसे अभी तक गणित के क्षेत्र में सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है।

रामानुजन की पुस्तकें

  • वर्ष 1976 में जॉर्ज एंड्रयूज ने ट्रिनिटी कॉलेज की लाइब्रेरी में रामानुजन की एक नोटबुक की खोज की थी। बाद में इस नोटबुक को एक पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया गया था।

रामानुजन नंबर

  • 1729 को रामानुजन संख्या माना जाता है।
  • यह ऐसी सबसे छोटी संख्या है, जिसको दो अलग-अलग तरीके से दो घनों के योग के रूप में लिखा जा सकता है।
  • 1729, 10 और 9 के घनों का योग है- 10 का घन (1000) और 9 का घन (927) है और इन दोनों को जोड़ने से हमें 1729 प्राप्त होता है।
  • 1729, 12 और 1 के घनों का योग भी है- 12 का घन (1728) और 1 का घन (1) है तथा इन दोनों को जोड़ने से हमें 1729 प्राप्त होता है।

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