गुरु. मई 9th, 2024
  • राजस्थान और मध्य प्रदेश ने संशोधित पार्वती-कालीसिंध-चंबल-ईआरसीपी (संशोधित पीकेसी-ईआरसीपी) लिंक परियोजना को लागू करने के लिए जल शक्ति मंत्रालय के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
  • 28 जनवरी को राजस्थान, मध्य प्रदेश और केंद्र सरकार के अधिकारियों ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
  • इस परियोजना में पार्वती-कालीसिंध नदी लिंक परियोजना को पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना के साथ एकीकृत करने की परिकल्पना की गई है।
  • इस समझौता ज्ञापन (एमओए) के तहत, राजस्थान, मध्य प्रदेश और केंद्र पानी के बंटवारे, पानी के आदान-प्रदान, लागत और लाभों के बंटवारे, कार्यान्वयन तंत्र आदि से संबंधित शर्तों को अंतिम रूप देंगे।
  • पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना के साथ पार्वती-कालीसिंध नदी लिंक परियोजना के एकीकरण को दिसंबर 2022 में नदियों को जोड़ने के लिए विशेष समिति द्वारा अनुमोदित किया गया था।

पार्वती-कालीसिंध नदी लिंक परियोजना

  • संशोधित पीकेसी-ईआरसीपी एक अंतरराज्यीय नदी जोड़ो परियोजना है।
  • यह वर्ष 1980 में तत्कालीन केंद्रीय सिंचाई मंत्रालय (अब जल संसाधन मंत्रालय) और केंद्रीय जल आयोग द्वारा गठित राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य योजना में शामिल 30 लिंक परियोजनाओं में से एक है।

पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना

  • इसका मुख्य उद्देश्य चंबल बेसिन के भीतर पानी का अंतर-बेसिन स्थानांतरण है।
  • यह कालीसिंध, पार्वती, मेज और चाकन उप-बेसिनों में उपलब्ध अधिशेष मानसूनी पानी को मोड़कर बनास, गंभीरी, बाणगंगा और पारबती के उप-बेसिनों की ओर ले जायेगा।

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