बुध. मई 1st, 2024

एशियाई विकास बैंक (ADB) ने हाल ही में अप्रैल, 2024 में एशिया डेवलपमेंट आउटलुक रिपोर्ट जारी की तथा इस आशावादी दृष्टिकोण में योगदान देने वाले विभिन्न कारकों का हवाला देते हुए वित्तीय वर्ष 2024 और 2025 के लिये भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के विकास पूर्वानुमान को संशोधित किया।

एशिया डेवलपमेंट आउटलुक रिपोर्ट, 2024 की मुख्य विशेषताएँ क्या हैं

एशिया का विकास आउटलुक

  • अनिश्चित बाह्य संभावनाओं के बावजूद, एशिया में आने वाले वर्षों में विकास प्रक्रिया को लचीला बनाए रखने का अनुमान है।
  • अधिकांश अर्थव्यवस्थाओं में ब्याज दर में बढ़ोतरी के चक्र का समापन और विशेष रूप से सेमीकंडक्टर मांग में सुधार से प्रेरित माल निर्यात में निरंतर सुधार जैसे कारक, क्षेत्र के व्यापक सकारात्मक दृष्टिकोण में योगदान करते हैं।
  • GDP वृद्धि पूर्वानुमान: वर्ष 2024 के लिये एशिया की GDP वृद्धि का पूर्वानुमान 4.9% है, वर्ष 2025 के लिये भी इसी तरह का अनुमान रखा गया है।
  • यह स्थिर विकास पथ बाहरी चुनौतियों से निपटने और आर्थिक गति को बनाए रखने की क्षेत्र की क्षमता को दर्शाता है।
  • मुद्रास्फीति के रुझान: एशिया में मुद्रास्फीति कम होने की उम्मीद है, वर्ष 2024 के लिये 3.2% और वर्ष 2025 में 3.0% की कमी का अनुमान है।
  • यह प्रवृत्ति अपेक्षाकृत स्थिर मूल्य निर्धारण वातावरण का संकेत देती है, जो उपभोक्ता विश्वास और खर्च का समर्थन कर सकती है।

भारत की वृद्धि का पूर्वानुमान

  • वृद्धि का पूर्वानुमान: भारत की निवेश-संचालित वृद्धि को देश को एशिया के भीतर एक प्रमुख आर्थिक इंजन के रूप में स्थापित करने में एक महत्त्वपूर्ण कारक के रूप में उजागर किया गया है।
  • ADB का अनुमान है कि भारत की जीडीपी वृद्धि वित्त वर्ष 2024 में 7% और वित्त वर्ष 2025 में 7.2% तक पहुँच जाएगी, जो वित्त वर्ष 2024 के लिये 6.7% के पिछले पूर्वानुमान से अधिक है।

वित्त वर्ष 2024 में विकास को बढ़ावा देने वाले कारक

  • केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा बुनियादी ढाँचे के विकास पर उच्च पूंजी व्यय विकास का एक प्रमुख चालक है।
  • स्थिर ब्याज दरों और उपभोक्ताओं के विश्वास में वृद्धि के कारण निजी कॉर्पोरेट निवेश बढ़ने का अनुमान है।
  • वित्तीय, रियल एस्टेट और पेशेवर सेवाओं सहित सेवा क्षेत्र का प्रदर्शन आर्थिक विस्तार में महत्त्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
  • वित्त वर्ष 2025 में विकास में वृद्धि:  वित्त वर्ष 2025 में बेहतर माल निर्यात, बढ़ी हुई विनिर्माण उत्पादकता और उच्च कृषि उत्पादन के कारण विकास की गति बढ़ने की उम्मीद है।
  • यह पूर्वानुमान मज़बूत घरेलू मांग और सहायक नीतियों से उत्साहित भारत की अर्थव्यवस्था के लिये सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है।
  • जोखिम और चुनौतियाँ: सकारात्मक पूर्वानुमान के बावजूद, कच्चे तेल के बाज़ारों में आपूर्ति में व्यवधान और कृषि पर मौसम संबंधी प्रभाव जैसे अप्रत्याशित वैश्विक संकट प्रमुख जोखिम बना हुआ है।
  • घरेलू मांग को पूरा करने के लिये बढ़ते आयात के कारण चालू खाता घाटा (CAD) मामूली रूप से बढ़ने का अनुमान है।
  • हालाँकि RBI के हालिया आँकड़ों के अनुसार, चालू खाता घाटा (CAD) तिमाही 2 FY24 में सकल घरेलू उत्पाद के 1.3% से क्रमिक रूप से घटकर तिमाही 3 FY24 में 1.2% हो गया।

एशियाई विकास बैंक

  • ADB एक क्षेत्रीय विकास बैंक है जिसकी स्थापना वर्ष 1966 में एशिया और प्रशांत क्षेत्र में सामाजिक एवं आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी।
  • ADB सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिये ऋण, तकनीकी सहायता, अनुदान एवं इक्विटी निवेश प्रदान करके अपने सदस्यों तथा भागीदारों की सहायता करता है।
  • मुख्यालय: मनीला, फिलीपींस
  • सदस्य: वर्तमान में इसके 68 सदस्य हैं जिनमें से 49 एशिया एवं प्रशांत क्षेत्र के भीतर और 19 अन्य क्षेत्रों से हैं।
  • ADB और भारत: भारत ADB का संस्थापक सदस्य और बैंक का चौथा सबसे बड़ा शेयरधारक है।
  • ADB की रणनीति 2030 और देश की साझेदारी रणनीति, 2023-2027 के अनुरूप मज़बूत, जलवायु लचीले एवं समावेशी विकास के लिये भारत की प्राथमिकताओं का समर्थन करता है।

Login

error: Content is protected !!