शुक्र. मई 17th, 2024

बेंगलुरु स्थित ‘नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरीज’ द्वारा नई पीढ़ी के आभासी मानवरहित हवाई वाहन के एक प्रोटोटाइप HAPS का सफल परीक्षण किया गया।

मुख्य बिंदु

  • यह सामान्य UAV से अलग है।
  • पूर्णतः सौर ऊर्जा से संचालित यह UAV महीनों तक हवा में रह सकता है।
  • यह जमीन से लगभग 20 किमी की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है।
  • इस वर्ग के UAV को HAPS या उच्च ऊंचाई वाले आभासी-उपग्रह वाहन या HALE कहा जाता है।
  • NAL के वैज्ञानिक डॉ. एल वेंकटकृष्णन ने HAPS का विकास करने वाले टीम का नेतृत्व कर रहे हैं।
  • अभी तक किसी भी देश ने इस तकनीक में महारत हासिल नहीं की है।
  • इस श्रेणी के वाहन का विश्व रिकॉर्ड एयरबस द्वारा निर्मित ‘ज़ेफिर’ के नाम है।
  • इसने दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले अगस्त, 2022 तक लगातार 64 दिनों तक उड़ान भरी थी।

HAPS की आवश्यकता

  • HAPS जो कार्य करेगा, वर्तमान में वे कार्य सामान्य UAV और उपग्रहों द्वारा किए जाते हैं; लेकिन दोनों की कुछ सीमाएँ हैं।

1. सामान्य UAV-

  • सामान्य UAV या ड्रोन अधिकांशतः बैटरी चालित होते हैं और कुछ घंटों से अधिक हवा में नहीं रह सकते हैं।
  • ये निरंतर निगरानी बहुत प्रभावी ढंग से नहीं कर सकते हैं।
  • ये HAPS की अपेक्षा कम ऊंचाई पर उड़ते हैं, जिसके कारण वे सीमित क्षेत्र तक ही निगरानी कर सकते हैं।

2. उपग्रह-

  • उपग्रह बहुत बड़े क्षेत्रों का निरीक्षण करते हैं।
  • पृथ्वी की निम्न कक्षाओं में स्थित उपग्रह पृथ्वी का लगातार चक्कर लगाते हैं।
  • ये लगातार लक्ष्य क्षेत्र पर नजर नहीं रख सकते।
  • जमीन से लगभग 36,000 किमी की ऊंचाई पर स्थित भूस्थैतिक उपग्रह एक क्षेत्र पर लगातार नजर रख सकते हैं।
  • ये बहुत महंगे हैं।
  • इन्हें एक बार उपयोग करने के बाद पुन: उपयोग में नहीं लाया जा सकता है।

3. HAPS-

  • HAPS का उद्देश्य उपर्युक्त कमियों को दूर करना है।
  • निगरानी के लिए HAPS अधिक उपयोगी हो सकता है।
  • ये भूस्थैतिक उपग्रहों की तरह काम करते हैं, लेकिन अतिरिक्त लचीलेपन के साथ।
  • इन्हें आसानी से किसी अन्य स्थान पर पुनः तैनात किया जा सकता है।
  • इन्हें एक अलग पेलोड के साथ पुनः सुसज्जित किया जा सकता है, जो कि भूस्थैतिक उपग्रह के साथ संभव नहीं है।
  • ये समतापमंडलीय वाहन एक निश्चित क्षेत्र में घूमने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
  • ये सामान्य UAV की तुलना में धीमी गति से चलते हैं।
  • इनकी गति लगभग 80-100 किमी प्रति घंटा है।
  • पृथ्वी से 20 किमी की ऊंचाई पर इतनी धीमी गति का अर्थ है कि पृथ्वी पर मौजूद वस्तुएं इसके दायरे से बाहर नहीं हैं।
  • यह 200 वर्ग किमी से अधिक क्षेत्र पर आसानी से निगरानी रख सकता है।
  • यह 5 मीटर रिज़ॉल्यूशन के साथ 400 वर्ग किमी क्षेत्र में भी निगरानी रख सकता है।
  • फरवरी, 2024 में NAL द्वारा विकसित प्रोटोटाइप ने हवा में साढ़े आठ घंटे बिताए थे।
  • मार्च, 2024 में NAL कम से कम 24 घंटे उड़ान वाले HAPS के विकास की योजना बना रहा है।
  • NAL फुल-स्केल वाहन को 2027 तक बनाने के लिए प्रयासरत है, जो लगातार 90 दिनों तक हवा में रहेगा।  

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