शुक्र. मई 17th, 2024

शोधकर्ताओं की एक टीम ने ब्रह्मांड का बृहद “त्रि-आयामी” मानचित्र जारी किया है।इस मानचित्र से डार्क एनर्जी के बारे में कुछ जानकारी मिल सकती है।इसे DESI (Dark Energy Spectroscopic Instrument) की सहायता से बनाया गया है।यह एक उपकरण है।यह दूरबीन में एक बार फिट होने के बाद एक ही समय में 5,000 आकाशगंगाओं से प्रकाश ग्रहण कर सकता है।इससे उस रहस्यमय शक्ति के बारे में जानकारी मिल सकती है, जो ब्रह्मांड को अनियंत्रित रूप से विस्तारित कर रही है।DESI को दुनिया भर के 900 से अधिक शोधकर्ताओं ने बनाया है। इसमें भारत की संस्था टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (मुंबई) भी भाग ले रही है।

त्रि-आयामी मानचित्र बनाने में सहायता

  • DESI संयुक्त राज्य अमेरिका के एरिज़ोना प्रांत में स्थापित मेयॉल 4-मीटर टेलीस्कोप (Mayall 4-Meter Telescope) में लगा है।
  • इसके उपयोग से शोधकर्ता छह मिलियन आकाशगंगाओं से आने वाले प्रकाश को मापने में सक्षम हुए हैं, जिससे ब्रह्मांड का बृहद मानचित्र तैयार हुआ।
  • इनमें से कुछ आकाशगंगाएं 11 अरब वर्ष पूर्व अस्तित्व में थीं।
  • इन आकाशगंगाओं के बीच की दूरी के बारे महत्वपूर्ण जानकारी मिली।
  • इससे ब्रह्मांड का बृहद मानचित्र तैयार करने में सहायता मिली।
  • इन आकाशगंगाओं के बीच की दूरी को उच्च सटीकता के साथ मापा जा सकता है।
  • इसलिए इसे त्रि-आयामी मानचित्र कहा जा रहा है।

डार्क एनर्जी

  • शोधकर्ताओं के पास ब्रह्मांड के करोड़ों पिंडों की एक सूची है।
  • इन पिंडों की पहचान कर ली गई है लेकिन उनमें से अधिकांश पृथ्वी से कितनी दूर हैं, इसके बारे में जानकारी नहीं मिली है।
  • आकाशगंगाओं की सटीक दूरी की जानकारी मिलने पर ब्रह्मांड के विस्तार दर की गणना करना आसान हो जाएगा।
  • ब्रह्मांड के विस्तार दर की गणना से डार्क एनर्जी के रहस्य के बारे में कुछ संकेत मिल सकता है।
  • डार्क एनर्जी की प्रकृति को समझना अभी विज्ञान की मूलभूत समस्याओं में से एक है; इसकी जानकारी-
  • ब्रह्मांड की उत्पत्ति और विकास के साथ-साथ इसके विस्फोट के बारे में महत्वपूर्ण संकेत प्रदान कर सकता है।
  • यह काम कर रही नई मूलभूत शक्तियों को प्रकट कर सकता है।
  • यह भौतिक दुनिया के बारे में हमारे संपूर्ण ज्ञान को बता सकता है।

DESI  से मिले संकेत

  • DESI के डेटा से अभिनव भौतिकी के संकेत मिले हैं।
  • यह संभव है कि ये संकेत अंततः नगण्य साबित हों, लेकिन यह एक आशा उत्पन्न करता है।
  • शोधकर्ता अभी तक DESI के केवल एक वर्ष के अवलोकन संबंधी डेटा का विश्लेषण कर पाए हैं।
  • इसे पांच वर्ष तक चलाने की योजना है।
  • 31 मार्च 2024 को DESI ने अपने परिचालन के तीन वर्ष पूरे किए हैं।
  • इतने ही समय में इसने अनेक नई एवं पथप्रदर्शक अग्रणी जानकारी प्रदान की है; जैसे-
  • ब्रह्माण्ड के विस्तार दर का मापन।
  • ब्रह्मांड का विस्तार प्रत्येक 3.26 मिलियन प्रकाश वर्ष की दूरी पर 68.5 किमी प्रति सेकंड की दर से हो रहा है।
  • वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इस विस्तार दर को उच्च परिशुद्धता के साथ जानना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
  • यह डार्क एनर्जी के व्यवहार के बारे में पहला संकेत दे सकता है।

ब्रह्मांड

  • ब्रह्मांड सभी पदार्थ और ऊर्जा से बना है।
  • बिग बैंग सिद्धांत ब्रह्मांड के जन्म की व्याख्या करता है।
  • जब ब्रह्माण्ड की आयु केवल 10-34 सेकंड या उससे अधिक थी, तब ब्रह्माण्ड में एक बहुत बड़ा विस्फोट हुआ और इससे ब्रह्माण्ड का विस्तार हुआ।
  • इसके विस्तार की गति प्रकाश की गति से भी तेज़ थी।
  • ब्रह्माण्ड का वह भाग जिसे हम छू सकते हैं, महसूस कर सकते हैं, पता लगा सकते हैं और माप सकते हैं; इसे दृश्य मैटर कहा जाता है;
  • इसमें तारे, ग्रह, प्रकाश, धूल के बादल, आकाशगंगाएँ और समय शामिल हैं।
  • ब्रह्माण्ड का वह द्रव्यमान जो अदृश्य रहता है, डार्क मैटर कहलाता है।
  • ब्रह्मांड में डार्क एनर्जी भी पाई जाती है।

डार्क एनर्जी

  • डार्क एनर्जी ब्रह्मांड का लगभग 68% हिस्सा बनाती है।
  • यह अंतरिक्ष में निर्वात से जुडी हुई है।
  • यह पूरे ब्रह्मांड में समान रूप से वितरित है।
  • समान वितरण का मतलब है कि डार्क एनर्जी का कोई स्थानीय गुरुत्वाकर्षण प्रभाव नहीं होता है, बल्कि संपूर्ण ब्रह्मांड पर प्रभाव पड़ता है।
  • इससे एक प्रतिकारक शक्ति उत्पन्न होती है, जो ब्रह्मांड के विस्तार को तेज कर देती है।
  • विस्तार की दर और इसके त्वरण को हबल नियम के आधार पर अवलोकनों द्वारा मापा जा सकता है।
  • इन मापों ने, अन्य वैज्ञानिक आंकड़ों के साथ, डार्क एनर्जी के अस्तित्व की पुष्टि की है और यह अनुमान लगाया है कि यह रहस्यमय पदार्थ कितना उपलब्ध है।

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