- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सविता कंसवाल को तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार, 2022 से सम्मानित किया।
- सविता कंसवाल (मरणोपरांत) को तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार 2022 प्राप्त हुआ।
- सविता कंसवाल के पिता राधे श्याम कंसवाल ने अपनी बेटी सविता कंसवाल की ओर से पुरस्कार प्राप्त किया।
- उन्हें लैंड एडवेंचर में उनकी उपलब्धियों के लिए पुरस्कार मिला है।
- वह 16 दिनों में 8000 मीटर की दो चोटियों माउंट एवरेस्ट और माउंट मकालू पर पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पर्वतारोही थीं।
- 4 अक्टूबर को उत्तराखंड की उत्तरकाशी पहाड़ियों में हिमस्खलन में उनकी जान चली गई।
- वह द्रौपदी के डांडा पीक में नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग के एडवांस्ड माउंटेनियरिंग कोर्स (एनआईएम) के लिए प्रशिक्षक के रूप में काम कर रही थीं।
तेनज़िंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार
- यह भारत का सर्वोच्च एडवेंचर खेल सम्मान है।
- इस पुरस्कार का नाम तेनजिंग नोर्गे के नाम पर रखा गया है, जो माउंट एवरेस्ट के शिखर पर पहुंचने वाले पहले दो व्यक्तियों में से एक थे।
- यह युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है।