ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और जम्मू-कश्मीर के 17 से अधिक उत्पादों को भौगोलिक संकेत (Geographical Indication – GI) टैग मिला है।
ओडिशा से किन उत्पादों को GI टैग
कपडागंडा शॉल
- ओडिशा के रायगढ़ा और कालाहांडी ज़िलों में नियमगिरि पहाड़ियों में विशेष रूप से कमज़ोर जनजातीय समूह (Particularly Vulnerable Tribal Group – PVTG) डोंगरिया कोंध जनजाति की महिलाओं द्वारा बुना तथा कढ़ाई की गई शॉल डोंगरिया कोंधों की समृद्ध आदिवासी विरासत को दर्शाता है।
लांजिया सौरा पेंटिंग
- यह कला लांजिया सौरा समुदाय से संबंधित है, जो एक PVTG है जो मुख्य रूप से रायगड़ा ज़िले में रहता है।
- ये पेंटिंग्स घरों की मिट्टी की दीवारों पर चित्रित बाहरी भित्तिचित्रों के रूप में हैं। लाल-मैरून पृष्ठभूमि पर सफेद पेंटिंग दिखाई देती हैं।
कोरापुट काला जीरा चावल
- काले रंग के चावल की किस्म, जिसे ‘चावल का राजकुमार’ भी कहा जाता है, अपनी सुगंध, स्वाद, बनावट और पोषण मूल्य के लिये प्रसिद्ध है।
- कोरापुट क्षेत्र के आदिवासी किसानों ने लगभग 1,000 वर्षों से चावल की किस्म को संरक्षित रखा है।
सिमिलिपाल काई चटनी
- लाल चींटियों से बनी चटनी ओडिशा के मयूरभंज ज़िले के आदिवासियों का पारंपरिक व्यंजन है। ये चींटियाँ सिमिलिपाल जंगलों सहित मयूरभंज के जंगलों में पाई जाती हैं।
नयागढ़ कांटेईमुंडी बैंगन
- यह बैंगन तने और पूरे पौधे पर काँटेदार काँटों के लिये जाना जाता है। पौधे प्रमुख कीटों के प्रति प्रतिरोधी हैं और इन्हें न्यूनतम कीटनाशकों के साथ उगाया जा सकता है।
ओडिशा खजूरी गुड़
- ओडिशा का “खजुरी गुड़” खजूर के पेड़ों से निकाला गया एक प्राकृतिक स्वीटनर है और इसकी उत्पत्ति गजपति ज़िले में हुई है।
ढेंकनाल माजी
- यह भैंस के दूध के पनीर से बनी एक प्रकार की मिठाई है, जो स्वादिष्ट और आकार की दृष्टि से विशिष्ट विशेषताओं से युक्त होती है।
अन्य कौन से उत्पाद हैं जिन्हें जीआई टैग प्राप्त हुआ?
राज्य | उत्पाद का नाम | संक्षिप्त विवरण |
अरुणाचल प्रदेश | वांचो लकड़ी (Wancho Wooden) का शिल्प | वांचो जनजातियों का अभिन्न जातीय लकड़ी शिल्प जिसका उपयोग सजावट एवं उपहार के रूप में किया जाता है और साथ ही ऐतिहासिक रूप से उनके सामुदायिक जीवन के विभिन्न पहलुओं में उपयोग किया जाता है। |
आदि केकिर | अरुणाचल प्रदेश के अदरक की किस्म। | |
पश्चिम बंगाल | तंगेल साड़ी | विशिष्ट बुनाई पैटर्न से युक्त बंगाल की साड़ी शैली। |
गारद साड़ी | अपनी अनूठी बनावट तथा पैटर्न के लिये मशहूर यह साड़ी बंगाल का एक पारंपरिक परिधान है। | |
कोरियल साड़ी | बंगाली साड़ी की एक किस्म जो अपनी बुनाई शैली तथा पारंपरिक महत्त्व के लिये पहचानी जाती है। | |
कालो नुनिया चावल | पश्चिम बंगाल के चावल की किस्म। | |
सुंदरबन शहद | पश्चिम बंगाल के सुंदरबन क्षेत्र से प्राप्त शहद। | |
गुजरात | कच्ची खारेक | खलल (अंकुरित अवस्था) में चुने गए खजूर के उत्पाद जो विशिष्ट रंग वाले, कुरकुरा तथा मीठे होते हैं। |
जम्मू-कश्मीर | रामबन अनारदाना | रामबन अनारदाना जिसे स्थानीय रूप से ध्रुणी कहा जाता है, जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाकों एवं वनों में उगने वाला एक महत्त्वपूर्ण फल का पेड़ है। |